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तूफान और बारिश ने ऊपरी शिमला में जमकर बरपाया कहर

शुक्रवार देर रात आए तूफान व बारिश से ऊपरी शिमला में काफी नुकसान हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 04:44 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 04:44 PM (IST)
तूफान और बारिश ने ऊपरी शिमला में जमकर बरपाया कहर

जागरण संवाददाता, शिमला : शुक्रवार देर रात आए तूफान व बारिश से ऊपरी शिमला में काफी नुकसान हुआ है। रातभर हुई बारिश व अंधड़ से लोगों के घरों की छतें तक उखड़ गई। बगीचों से पेड़ उखड़ गए, जिससे सेब के ढेर लग गए हैं। सेब के पेड़ों की टहनियां टूटने के साथ पत्ते झड़ गए। जुब्बल-कोटखाई की सोलंग पंचायत के तहत पड़ने वाले सासकिर गांव में कुंवर सिंह सामटा का मकान व पशुशाला को नुकसान हुआ है। तूफान से पेड़ घर और पशुशाला पर जा गिरा। घर की छत पर पेड़ गिरने से पूरे घर को नुकसान पहुंचा है। दीवारें गिर गई हैं। घर के अंदर रखा सारा सामान भी बारिश के पानी से नष्ट हो गया है।

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जुब्बल-कोटखाई के अलावा चौपाल व अन्य स्थानों पर भी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। कई जगह सेब व अन्य फलों के पेड़ भी तूफान के कारण गिर गए। कई पेड़ जड़ से ही उखड़ गए हैं। मौसम विभाग ने रविवार तक भारी बारिश की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने इसको लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है। बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलेंगी। पंचायत किरन में बारिश व तूफान से स्थानीय बागवानों व किसानों की बची हुई उम्मीदों पर पूर्ण रूप से पानी फिर गया। अप्रैल में असमय बर्फबारी व मई में भारी ओलावृष्टि होने के कारण बागवानों व किसानों को काफी नुकसान हुआ था।

शुक्रवार रात में अंधड़ ने ऐसा कोहराम मचाया कि यहां पर कई बगीचों में सेब के पौधे जड़ से उखड गए। कुछ लोगों की पशुशालाएं व स्टोर की छतें भी उखड़ गई। सेब के दाने भी पूरी तरह से झड़ गए हैं। चौपाल की किरन पंचायत की किरण भांटा ने कहा कि प्रशासन को जल्द ही नुकसान का आकलन कर प्रभावित लोगों को राशि देनी चाहिए। क्या कहते हैं बागवान

नेरवा के स्थानीय निवासी सूरत राम शर्मा ने कहा कि नाशपाती का पूरा बगीचा बर्बाद हो गया। जगदर्शन उनियाल लालपानी, अतर सिंह राणा, राजेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि उनकी सेब की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। विजमल पंचायत के हरी सिंह ने कहा कि उनकी व लायक राम की पशुशाला की छतें उड़ गई। ठियोग में भी हवा हुई छतें

शुक्रवार आधी रात के बाद चले तूफान से कई पंचायतों में ग्रामीणों की छतों को नुकसान पहुंचा और सेब के पौधों से बड़ी मात्रा में फल झड़ गए। इससे बागवानों को काफी नुकसान हुआ है। तूफान इतना तेज था कि कई गांवों में सेब के पौधे जड़ों सहित उखड़ गए। सरोग पंचायत के मानल गांव के निवासी देवेंद्र के मकान की छत की चादरें उखड़ गई। इसी पंचायत के कडयोग गांव के बागवान श्याम वर्मा के पेड़ उखड़ गए। पंचायत प्रधान शक्तराम धंटा ने बताया कि पंचायत के सरोग, दुधबाग, क्यारी, ढांग, जघोड़, मानल, कडयोग में किसानों को काफी नुकसान हुआ है।


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