धर्मपुर के होटल में काटी रात, सुबह शोघी में टी ब्रेक
जागरण संवाददाता शिमला जिला परिषद में बहुमत होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी को कई जिलों
जागरण संवाददाता, शिमला : जिला परिषद में बहुमत होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी को कई जिलों में हार का सामना करना पड़ा। शिमला जिले में कांग्रेस के पास पर्याप्त बहुमत था, लेकिन अंदरखाते यह डर था कि कोई एक सदस्य भी प्रलोभन में आकर उनसे छिटक गया तो कुर्सी हाथ से जा सकती है। इसके लिए कांग्रेस ने पहले ही गेम प्लान बना लिया था।
जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव से एक दिन पहले कांग्रेस अपने सभी समर्थित सदस्यों को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिलाने कुठाड़ ले गई। देर शाम सभी सदस्य कुठाड़ पहुंचे। रात को हुई बैठक के बाद शिमला नहीं लाया गया। सभी सदस्यों को कहा गया कि वापसी में देर हो जाएगी। उन्हें ठहराने के लिए सोलन के धर्मपुर स्थित एक निजी होटल में पहले से व्यवस्था की गई थी। पार्टी के कई नेता वहां पहुंच चुके थे। रात को डिनर भी होटल में ही हुआ।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष (शिमला ग्रामीण) यशवंत छाजटा, प्रदेश सचिव सुशांत कपरेट सहित कई अन्य नेता उनके साथ मौजूद रहे। मोबाइल फोन पर भी विरोधी धड़े का संपर्क नहीं होने दिया। सुबह आठ बजे सभी होटल से शिमला लौटे। शोघी में चाय पीने के लिए रुके। इसके बाद पार्टी सभी सदस्यों को लेकर सीधे बचत भवन शिमला पहुंची और सभी सदस्य बैठक में भाग लेने के लिए अंदर चले गए। यह था समीकरण
जिला परिषद के चुनाव में कांग्रेस समर्थितों ने 24 में से 12 सीटें जीती हैं। इसके अलावा पांच पर निर्दलीय, चार पर भाजपा और तीन सीटों पर माकपा समर्थित उम्मीदवार जीते हैं।