मजदूरों को काम से निकालने पर सीटू ने किया प्रदर्शन
दीपक प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन (सीटू) ने धामी बसंतपुर और नोगली
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : दीपक प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन (सीटू) ने धामी, बसंतपुर और नोगली में मनमाने तरीके से छह मजदूरों को काम से निकालने के विरोध में शुक्रवार को कमांडर ऑफिस ज्योरी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। सीटू के राज्य उपाध्यक्ष बिहारी सेवगी, जिला अध्यक्ष कुलदीप, यूनियन सचिव प्रेम सिघानिया व अध्यक्ष प्रेम ने आरोप लगाया कि प्रोजेक्ट प्रबंधन श्रम कानूनों का उल्लंघन कर रहा है। देश में किसी भी श्रम कानून को लागू नहीं किया जा रहा है व मजदूरों को मनमाने तरीके से निकाला जा रहा है। कोरोना काल में एक तरफ जहां लाखों लोगों का रोजगार चला गया है, वहीं दूसरी तरफ प्रोजेक्ट प्रबंधन मजदूरों को बाहर निकाल रहउ है। जिन लोगों को निकाला गया है, उन्हें वापस लिया जाए अन्यथा सीटू आंदोलन करेगी। इस धरने प्रदर्शन में सीटू के डाला राम, पवन, यशपाल, रूपलाल, घनश्याम, दीवान, गोविद, रमेश, चंद्रशेखर, पिकी, शशि कांति, गीता व रंजीत भी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि देश की सत्ता में रहने वाली किसी भी सरकार ने 1962 के बाद अभी तक सीपीएल मजदूरों के लिए कोई भी कानून नहीं बनाया है। यूनियन और प्रबंधन के मध्य 2019 को एक लिखित समझौता किया था। इसमें माना था कि मजदूरों को हर माह की सात तारीख से पहले वेतन दिया जाएगा जबकि मजदूरों को अभी भी दो-दो माह तक वेतन नहीं मिल रहा है। सीपीएल मजदूरों को बीओसीडब्ल्यू एक्ट में अभी भी आधे मजदूरों को नहीं जोड़ा गया है। इससे कल्याण बोर्ड से मिलने वाले लाभ से मजदूरों को वंचित होना पड़ रहा है।