जागरण संवाददाता, शिमला: नगर निगम शिमला ने अगले वित्तीय वर्ष के लिए अपना बजट पेश कर दिया है। इसके तहत निगम ने शहर में वाहन व जमीन खरीदने वाले लोगों से भी टैक्स लेने का फैसला लिया है। अगले वित्तीय वर्ष से शहर जो भी मकान या जमीन खरीदेगा। उसे भूमि पंजीकरण के बाद निगम में संपत्ति को पंजीकृत करवाने के लिए दो फीसद पंजीकरण शुल्क देना होगा। इसी तरह से वाहन को पंजीकृत करवाने के लिए एक फीसद शुल्क अदा करना होगा।

हालांकि तीन साल बढ़ने वाले संपत्ति को बढाने का फैसला स्थगित कर दिया है। इस पर फैसला निगम में गठित होने वाला अगला सदन ही लेगा। जब तक निगम के सदन का गठन नहीं होता है, इससे लोगों को राहत मिलेगी। साल भर में निगम का 181. 13 करोड़ का व्यय होगा। पुंजीगत व्यय राशि 174.78 करोड़ रुपये है। निगम के प्रशासन व उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी की मंजूरी के बाद निगम प्रशासन ने शनिवार को ये बजट जारी कर कर दिया है।

इन मदों से निगम की कमाई बढ़ाएगा निगम

1 इस चालू वित्त वर्ष में शराब की बिक्री पर लगे दो रुपये प्रति बोतल शुल्क को बढ़ाकर शुल्क 10 रुपये प्रति बोतल करन का प्रस्ताव किया। इससे तीन करोड़ की सालना आय होगी।

2 नगर निगम की परिधि में अचल संपति के पंजीकरण पर 2 प्रतिशत शुल्क दोबारा शुरू किया जाएगा। इसी तरह से वाहनों के पंजीकरण पंजीकरण के समय वाहन मूल्य पर एक बार 1 प्रतिशत की दर से एमडी रोड यूजर चार्ज लगाया जाएगा।

3 नगर निगमों की परिधि में केंद्र सरकार के ऐसे भवनों जिन पर संपत्ति कर की बजाय सर्विस चार्जिज लिए जाएंगे।

4 बाहरी राज्यों में पंजीकृत वाहनों के शिमला निगम सीमा में प्रवेश करने पर ग्रीन फीस लगाने की प्रस्तावना है। इससे नगर निगम को वार्षिक 10 करोड़ रुपये की आय होगी।

5. निगम द्वारा टाउन हॉल की धरातल मंजिल को दस सालों के लिए लीज पर दिया है। इससे सालाना 1.32 करोड़ की आय होगी।

6. शहर के तहबाजारियों से पहली बार 500 रुपये मासिक फीस ली जाएगी। इसे 60 लाख की आय होगी।

7. शहर में चल रही दुकानों से लाइसेंस नवीकरण के लिए 25 लाख रुपये की आय का अनुमान है।

8.स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत नई पार्किंगों का निर्माण , चिहिन्त येलो लाईन पार्किंगों का स्थानीय लोगों को देने से निगम को 2 करोड़ की आय होगी।

9 पंजीकृत तहबाजारियों को आजीविका भवन में आवंटित दुकानों से सालाना 84,60,000 की आय होगी।

Edited By: Himani Sharma