मानव श्रृंखला से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस अवसर पर शिमला के रिज मैदान में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें जिला शिमला की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महिला मंडल स्कूलों के एनएसएस कैडेट्स आइटीआई शिमला की छात्राओं ने हिस्सा लिया। रिज मैदान में बालिका दिवस मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं महिला मंडल सदस्यों ने 1500 की संख्या में मानव श्रृंखला बनाकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। वहीं इसके अलावा स्कूलों की एनसीसी कैडेट्स आइटीआई की छात्राओं और जिला शिमला की 11 बालिका विकास परियोजना कार्यक्रम की 500 कार्यकर्ताओं ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का लोगो बनाकर कार्यक्रम में सहयोग कर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया।
जागरण संवाददाता, शिमला : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर शिमला के रिज मैदान पर जिलास्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व महिला मंडल, स्कूलों के एनएसएस कैडेट्स, आइटीआइ शिमला की छात्राओं ने हिस्सा लिया। रिज मैदान पर करीब 15 सौ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व महिला मंडल सदस्यों ने मानव श्रृंखला बनाकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। इसके अलावा स्कूलों के एनसीसी कैडेट्स, आइटीआइ की छात्राओं और जिला शिमला की 11 बालिका विकास परियोजना कार्यक्रम की 500 कार्यकर्ताओं ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का लोगो बनाया।
इस मौके पर गेयटी थियेटर में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और लोगों से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं के नारे को सार्थक करने की अपील की। गिरते लिगानुपात को रोककर बेटियों का संरक्षण करना होगा। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए। शिमला शहरी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लघु नाटिका के माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। सुरेश भारद्वाज ने महिला अचीवर्स कैलेंडर का विमोचन भी किया और साथ ही महिला अचीवर्स को सम्मानित किया। इस दौरान कबड्डी खिलाड़ी साक्षी डोगरा को भी सम्मानित किया गया। रामपुर उपमंडल की स्वाति बंसल को महिला अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया। स्वाति बंसल दिव्यांग बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर रही हैं। शिमला जिला में लिगानुपात में आया सुधार
जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त अमित कश्यप ने कहा जिले के लिगानुपात में सुधार आया है। वर्ष 2001 में एक हजार लड़कों के पीछे 983 लड़कियां थी। वर्ष 2011 में ये आंकड़ा 925 रह गया, लेकिन वर्तमान में एक हजार लड़कों के पीछे 950 लड़कियां हैं। समाज की सोच को बदलना होगा। इन्हें मिला सम्मान
12वीं की परीक्षा में पहले 10 स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। इसमें दिक्षु शर्मा, महक गुप्ता, प्रेम लता, कृतिका, सोनिका ठाकुर, इशा, दीप्ति, दीपिका को पांच हजार रुपये का नकद पुरस्कार व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। 10वीं में पहले 10 स्थान प्राप्त करने पर महक, श्रेया भारद्वाज, शायरा, हर्षिता, साक्षी, प्राची और साध्या को सम्मानित किया गया। सारीवासा पंचायत लिगानुपात में सर्वश्रेष्ठ
जिले के छुहारा विकास खंड की सारीवासा पंचायत लिगानुपात में सर्वश्रेष्ठ आंकी गई है। पंचायत में 91 लड़कों पर 133 लड़कियां हैं। इस उपलब्धि के लिए पंचायत को सम्मानित किया गया। इस अनुपात को इसी तरह बढ़ाने का आह्वान किया गया। इसके अलावा 10 पंचायतों को सम्मानित किया गया। इसमें मतियाना विकास खंड की पलजार, कुमारसैन की कोटीधार, जुब्बल की जगतान, मशोबरा की शकराह, रामपुर की बधाल, बसंतपुर की मांझी और शिमला अर्बन से लोअर बाजार वार्ड को श्रेष्ठ लिगानुपात के लिए सम्मानित किया गया।