संजय कुंडू हो सकते हैं नए डीजीपी
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एवं वरिष्ठ आइपीएस संजय कुंडू हिमाचल प्रदेश के नए डीजीपी हो सकते हैं। आइएएस अधिकारी देवेश कुमार के सचिव (मुख्यमंत्री) बनने के बाद सरकार ने इसके स्पष्ट संकेत दिए हैं। हालांकि आइपीएस अफसरों की वरिष्ठता सूची में डीजी जेल सोमेश गोयल सबसे ऊपर है। लेकिन सूत्रों के अनुसार उन्हें दोबारा से राज्य पुलिस प्रमुख बनाने के मूड में नहीं है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि गोयल के कार्यकाल में ही कोटखाई प्रकरण घटित हुआ था। उन्होंने ही छात्रा दुष्कर्म एवं हत्या मामले में तत्कालीन आइजी जेड एच जैदी की अगुवाई में एसआइटी गठित की थी। इस घटना ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया था।
रमेश सिंगटा, शिमला
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रधान सचिव एवं वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी संजय कुंडू हिमाचल के नए डीजीपी हो सकते हैं। आइएएस अधिकारी देवेश कुमार के मुख्यमंत्री का सचिव बनने के बाद सरकार ने इसके स्पष्ट संकेत दिए हैं। हालांकि आइपीएस अधिकारियों की वरिष्ठता सूची में डीजी (जेल) सोमेश गोयल सबसे ऊपर हैं लेकिन उनके दोबारा डीजीपी बनने के आसार कम हैं।
सोमेश गोयल के कार्यकाल में कोटखाई प्रकरण हुआ था। वह उस दौरान डीजीपी थे। उन्होंने कोटखाई में छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में तत्कालीन आइजी जेड एच जैदी की अगुवाई में एसआइटी गठित की थी। इस घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। तब भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था। सत्ता बदलाव के बाद अपनी कुर्सी बचाने के लिए गोयल ने मुख्यमंत्री के सामने केक भी काटा था पर उनकी कुर्सी नहीं बच पाई थी। हालात का स्वत: लाभ एसआर मरडी को मिला। डीजीपी मरडी पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी होने के भी कई नेताओं ने आरोप लगाए लेकिन उनकी सत्ता बरकरार रही। वह मई में सेवानिवृत्त होंगे। सोमेश गोयल 1984 बैच के जबकि मरडी 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। वरिष्ठता में मरडी के बाद तपन कुमार डेका 1988 बैच के हैं। लंबे अरसे से वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। उनके बाद डीजी रैंक के संजय कुंडू का बैच आता है। 1989 बैच के कुंडू मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के करीबी माने जाते हैं। वह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव हैं। कुंडू केंद्र में जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय में अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के भी नजदीकी रहे हैं। जयराम ठाकुर के आग्रह पर उनकी हिमाचल में वापसी हुई थी। मई में सेवानिवृत्त होंगे डीडब्ल्यू नेगी
सूरज हत्याकांड के आरोपित शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी इस साल 31 मई को सेवानिवृत्त होंगे। उनसे पहले एसपी रैंक के राजेंद्र भाटिया 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। नेगी हिमाचल प्रदेश पुलिस सेवाएं (एचपीपीएस) काडर से आइपीएस में नहीं आ पाए थे। ऐसा सूरज हत्याकांड के कारण हुआ। इस केस में उन्हें सीबीआइ ने गिरफ्तार किया था। इसी केस में ही निलंबित आइजी जैदी जेल में जबकि डीएसपी मनोज जोशी व नेगी जमानत पर हैं। अन्य आरोपित पुलिस कर्मियों को जमानत नहीं मिल पाई है।