सैहब सुपरवाइजरों को मिल सकता है कलेक्शन का पूरा काम
जागरण संवाददाता शिमला शहर में घरों से कूड़ा उठाने की एवज में रिकवरी बढ़ाने के लिए नगर
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में घरों से कूड़ा उठाने की एवज में रिकवरी बढ़ाने के लिए नगर निगम प्रशासन ने अब सख्ती करने का फैसला किया है। इसके तहत शहर में जितने भी सैहब सोसायटी के सुपरवाइजर हैं, इनको हर घर से कलेक्शन करने का टारगेट दिया जा सकता है।
निगम प्रशासन का मानना है कि अभी तक 20 से 25 फीसद लोगों के घर से भी पूरी कलेक्शन नहीं आ रही है। इससे सभी कर्मचारियों को तनख्वाह निकालना भी मुश्किल हो जाता है। इसलिए इसमें सुधार की जरूरत है। दो से तीन दिन में नगर निगम के आयुक्त के कार्यालय में इस मसले पर बैठक होनी प्रस्तावित है। इसमें ये काम फिर से सुपरवाइजरों को दिया जा सकता है। हालांकि सुपरवाइजर ने काम करने को इन्कार कर दिया था। उनके ऊपर सही तरीके से भुगतान न करने का आरोप लगा था।
भविष्य में ऐसा न हो इसलिए सुपरवाइजर इसके लिए इन्कार करते हैं, लेकिन डिप्टी मेयर शैलेंद्र चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में साफ कहा है कि फीस कलेक्शन करनी होगी, ताकि सभी कर्मचारियों का समय पर वेतन दिया जा सके। उनका कहना है कि लोग घरों से कूड़ा तो दे रहे हैं, लेकिन पैसा लेने कोई न पहुंचने के कारण लोग पैसा नहीं दे पा रहे हैं। 20 से 25 फीसद घरों से ही फीस आ रही है। ऐसे में सैहब सोसायटी की वित्तीय जिम्मेदारी को पूरा करना आसान नहीं हो रहा है। इसे पूरा करने के लिए सभी को मिलकर साथ चलना होगा। बैठक में इन सभी मसलों पर विस्तार से चर्चा होनी प्रस्तावित है।