चालान की दर बढ़ी, हादसों का ग्राफ घटा
हिमाचल प्रदेश में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होते ही सड़क हादसों
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होते ही सड़क हादसों में भी कमी आना शुरू हो गई है। सख्त नियमों के साथ जुर्माना ज्यादा होने से वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करने लगे हैं। ऐसे में अब हादसे भी कम हो गए हैं। दिसंबर 2020 में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू किया गया है। इसके बाद से लगातार हादसों में कमी दर्ज हुई। हादसों में कमी की वजह से लोगों की जानें भी कम गईं। सड़क हादसों में घायल भी कम हुए और जान-माल की काफी हद तक सुरक्षा भी हुई।
पुलिस ने नवंबर 2020 और 2021 के बीच सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े जारी किए हैं। आंकड़ों के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं के ग्राफ में एक तिहाई तक की कमी आई है। सबसे ज्यादा सड़क हादसे शराब पीकर गाड़ी चलाने या फिर गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल फोन सुनते हुए होते हैं। इसमें चालान की राशि बढ़ाई गई है। पुलिस का मानना है कि ज्यादा जुर्माने की राशि व पुलिस के जागरूकता अभियान से सड़क हादसे कम हुए हैं। पुलिस का भी मानना है कि सितंबर में सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी आई।
इस तरह कम हो गया सड़क हादसों का ग्राफ
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2020 में शिमला में 43 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इसमें 27 लोगों की मौत हुई, जबकि 67 घायल हुए। जबकि नवंबर 2021 में 28 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें 11 लोगों की मौत हुई, जबकि 49 घायल हुए। ऐसे में हादसों में मरने वाले लोगों की संख्या में 60 फीसदी से ज्यादा की गिरावट हुई।
22,500 रुपये शराब पीकर गाड़ी चलाने पर जुर्माना
नए मोटर व्हीकल एक्ट में जुर्माने की राशि काफी ज्यादा बढ़ाई गई है। शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर शिकंजा कसा गया है। मोबाइल ट्रैफिक मेजिस्ट्रेट ने खुद अक्टूबर को शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 22,500 रुपये का जुर्माना लगाया था। गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल फोन सुनना, शराब पीकर गाड़ी चलाने के अलावा यातायात नियमों की अवहेलना पर काफी ज्यादा जुर्माना बढ़ाया गया है। ऐसे में लोग अब खुद भी यातायात नियमों का पालन करने लग पड़े हैं।
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जागरूकता अभियान चला रही है पुलिस
डीएसपी हेड क्वार्टर कमल वर्मा ने बताया कि शिमला पुलिस सड़क हादसों में कमी लाने के लिए जागरूकता अभियान भी चला रही है। इसी के प्रयासों से सड़क दुर्घटनाओं में कमी है। जागरूकता के अभियान के दौरान टैक्सी चालकों सहित लोगों को भी यातायात नियमों की जानकारी दी जाती है ताकि हादसे न हों।