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रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से आज भी होगी परेशानी

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आइजीएमसी व केएनएच में रेजिडेंट डॉक्टर्स 2 घंटे के पेन डाउन हड़ताल पर चले गए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 09:10 PM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 09:10 PM (IST)
रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से आज भी होगी परेशानी
रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से आज भी होगी परेशानी

जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आइजीएमसी व केएनएच में रेजिडेंट डॉक्टरों ने दो घंटे की हड़ताल की। बैंक गारंटी के विरोध में सोमवार को आइजीएमसी में करीब 150 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर रहे। इनकी हड़ताल सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक रही। हड़ताल दो दिन तक और चलेगी। इससे लोगों को परेशानी होगी।

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सप्ताह का पहला दिन होने के कारण सोमवार को दूर-दराज इलाकों से लोग इलाज करवाने के लिए अस्पतालों में पहुंचे थे। ज्यादातर ओपीडी में सुबह रेजिडेंट डॉक्टर ही मरीजों की जांच करते हैं, जबकि प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर राउंड पर होते हैं। मरीजों को ओपीडी के बाहर लंबी कतारों में लगकर डॉक्टरों का इंतजार करना पड़ा। आइजीएमसी और केएनएच में ओपीडी रेजिडेंट डॉक्टर्स के भरोसे ही होती है। ओपीडी में प्रोफेसर स्तर के डॉक्टर बैठते तो हैं, लेकिन वे सीधे मरीजों को चेक नहीं करते। ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टर के चेक करने के बाद ही प्रोफेसर स्तर के चिकित्सक मरीज का इलाज करते हैं। ऐसे में मरीजों को यहां पर दिक्कतें झेलनी पड़ी, जबकि अभी लोगों को दो दिन और अस्पतालों में परेशानियां झेलनी पड़ेंगी। हालांकि दो घंटे के दौरान ईमरजेंसी में रेजिडेंट डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे थे। इससे पहले रेजिडेंट डॉक्टर्स एक सप्ताह से काले बिल्ले लगाकर काम कर रहे थे। उन्होंने सरकार को एक सप्ताह का समय दिया था, मगर सरकार जब नहीं मानी तो उन्हें स्ट्राइक करनी पड़ी। डॉक्टरों का कहना है कि यदि इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो वह पूरी तरह से हड़ताल पर चले जाएंगे।

रेजिडेंट डॉक्टर बैंक गारंटी खत्म करना चाहते हैं। यह बैंक गारंटी पीजी कर रहे डॉक्टरों को जमा करवानी होती है। पहले बैंक गारंटी 10 लाख रुपये थी, लेकिन हाल ही में सरकार ने पांच लाख रुपये कर दी है। रेजिडेंट डॉक्टर इसका भी विरोध कर रहे हैं।

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रेजिडेंट डॉक्टरों से की जाएगी बात

बैंक गारंटी हटाने की मांग कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के पहले दिन ही सरकार परेशान हो गई। हड़ताल के कारण आइजीएमसी और केएनएच में जैसे ही व्यवस्थाओं पर असर पड़ा तो स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टर हमारे परिवार का हिस्सा हैं, अगर वे सरकार के पास अपनी मांग को लेकर आते हैं तो उसे गंभीरता से सुना जाएगा। सरकार ने पहले ही बैंक गारंटी को 10 लाख से घटाकर पांच लाख कर दिया है। अन्य राज्यों में भी इस तरह की व्यवस्था है, लेकिन फिर भी अगर डॉक्टर उनके पास आते हैं तो वे उनकी इस मांग के साथ अन्य मांगों पर भी बातचीत कर हल निकालने के लिए राजी हैं।

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लोगों को झेलनी पड़ेगी परेशानी

रेजिडेंट डॉक्टर दो दिन और स्ट्राइक पर रहेंगे। इस दौरान उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है। यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वीरवार से सभी रेजिडेंट डॉक्टर पूरे दिन की स्ट्राइक पर चले जाएंगे। यह स्ट्राइक तब तक चलेगी, जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती। ऐसे में वीरवार से मरीजों को और अधिक परेशानी झेलनी पड़ेगी।

आइजीएमसी के एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि उन्हें रविवार को ही सूचना मिली थी कि आरडी डॉक्टर दो घंटे की हड़ताल करेंगे, इसलिए ओपीडी में एक डॉक्टर की व्यवस्था कर दी गई थी, ताकि मरीजों को परेशानी न हो।


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