राज्यस्तरीय रोहड़ू मेला शुरू होते ही हुआ विवाद
रोहड़ू में राज्य स्तरीय मेला रविवार को शुरू हो गया ।
जागरण संवाददाता, शिमला : रोहड़ू में राज्यस्तरीय मेला रविवार को शुरू हो गया, लेकिन पहले दिन ही लोगों ने मेला प्रबंधन कमेटी के फैसलों पर सवाल उठाते हए हंगामा किया। उपायुक्त राजेश्वर गोयल के पास लोगों ने मामला उठाया। कहा कि बैडमिटन और बॉक्सिंग खेलें बंद कर दी गई हैं, जबकि हर साल मेले में आयोजित की जाती थी। लोगों ने मेला प्रबंधन पर आरोप लगाया कि तानाशाही की जा रही है। लोगों की मांग पर उपायुक्त ने एसडीएम को आदेश दिए कि दोनों खेलें शुरू की जाए। इसके साथ सौंदर्य प्रतियोगिता में पारंपरिक परिधानों का इस्तेमाल करने को कहा है। तीन दिवसीय मेले के पहले दिन ही काफी विवाद हो गया है, अगर उपायुक्त मौके पर न होते तो उग्र प्रदर्शन हो सकता था। राजेश्वर गोयल ने कहा कि लोगों ने मेरे समक्ष मांग रखी थी। एसडीएम को आदेश दिए गए हैं कि बॉक्सिंग और बैडमिटन प्रतियोगिता शुरू की जाए। देव संस्कृति व संस्कृति विश्व में विख्यात
देवभूमि जन जागरण रक्षा मंच के मुताबिक हिमाचल प्रदेश की देवभूमि अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ अपनी प्राचीन देवसंस्कृति और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए विख्यात है। यहां लगने वाले मेले मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं, जहां पर यहां के लोगों को अपनी सांस्कृतिक विरासत का सामुहिक प्रदर्शन एवं उसे और अधिक निखार कर प्रस्तुत करने का सुनहरा अवसर और मंच मिलता है। रोहड़ू मेले में कई ऐसे खेलकूद और रात्रि कार्यक्रम होते हैं, जो इनको और आकर्षक और प्रसिद्ध बनाते हैं। रोहडड़ू मेले का मुख्य आकर्षण वहां होने वाली खेलकूद प्रतियोगिता विशेष कर मुक्केबाजी है। मंच के पदाधिकारी दीपक मांटा, नरेश फिस्टा और पवन चौहान ने कहा कि इस बार का सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन करने जा रही है, जिसका मंच विरोध कर रहा है।