भोरजा घोड़ी में 90 साल बाद शुरू हुआ शांद महायज्ञ
तहसील ननखड़ी की भोरजा घोड़ी में रविवार को 90 साल बाद आयोजित शां
संवाद सूत्र, ननखड़ी : तहसील ननखड़ी की भोरजा घोड़ी में रविवार को 90 साल बाद आयोजित शांद महायज्ञ का शुभारंभ देवताओं के आगमन के साथ हुआ। वहीं ननखड़ी के लोगों द्वारा शांद में आने वाले खूंद परिवार के सदस्यों का भी स्वागत किया। मान्यता है कि शांद का आयोजन खूंद परिवार के सम्मान में किया जाता है, क्योंकि इन्हें क्षेत्र का रक्षक माना जाता है।
दो दिन तक चलने वाले शांद महायज्ञ का आयोजन देवता साहब पल्थान शोली की अगुआई में किया जा रहा है, जिसमें स्थानीय नाग देवता, कोट काली माता और देवता साहब लाटा विशेष रूप से भाग ले रहे हैं, जबकि खूंद परिवार के लोग भी हाथों में तलवारें लहराते हुए व नाचते गाते भोरजा घोड़ी पहुंचे। भोरजा घोड़ी के करीब 400 परिवार इस आयोजन में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। इसका आयोजन क्षेत्र की शाति, सुख और समृद्धि के लिए किया जाता है। शांद के शुभारंभ मौके पर सैकड़ों देव वाद्य यंत्रों की धुनों पर नाचते गाते हुए भोरजा घोड़ी पहुंचे। खूंद समुदाय का इतिहास शांद के साथ बहुत ही पुराना है। दो दिन तक चलने वाले इस शांद महायज्ञ में पारंपरिक तरीके से पूजा पाठ का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर शांद आयोजक कमेटी के मुख्य सलाहकार डीडी ठाकुर, अध्यक्ष जगदीश नंबरदार, उपाध्यक्ष हर दयाल ठाकुर, सचिव ईश्वर लाल और सह सचिव शमशेर ठाकुर सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।
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आज पूर्व मुख्यमंत्री परिवार सहित लेगें शांद में भाग
सोमवार को शांद महायज्ञ के दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह परिवार सहित शिरकत करेंगे। इसके लिए कमेटी द्वारा दिए गए निमंत्रण को उन्होंने स्वीकार कर लिया है।