किसान-बागवानों के अरमानों पर ओले
मौसम के तेवरों और ओलावृष्टि के कारण सेब सहित अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है। शिमला जिला के कुछ क्षेत्रों सहित मंडी और ऊना में ओलावृष्टि हुई है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : मई का आधा माह बीत चुका है और बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के साथ बागवानों के अरमान धो डाले हैं। ओलावृष्टि की वजह से ऊपरी हिमाचल में सेब सहित अन्य फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है। शुक्रवार को शिमला जिला के कुछ इलाकों सहित मंडी और ऊना में भी ओले गिरे। इसके कारण मटर, टमाटर और गोभी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। अन्य भागों में दिनभर रुक-रुक कर बारिश भी होती रही। शाम के समय कांगड़ा जिले में तेज बारिश हुई, जिससे गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा।
मौसम के बदले मिजाज से प्रदेश में ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार मतदान के दिन रविवार को भी प्रदेश में बारिश के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। तीन दिन यानी 20 मई तक प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा, जिसमें कुछ ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है।
तीन दिन में ऊना के तापमान में आठ डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। शिमला सहित ऊपरी इलाकों में तो लोगों को स्वेटर और जैकेट निकालने पड़े हैं। हालांकि मई माह में पहले भी कई बार मौसम इस तरह के तेवर दिखा जा चुका है, लेकिन इस बार पहाड़ों पर गर्मी का अहसास नहीं हुआ है। प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में गेहूं की कटाई का काम चल रहा है, लेकिन बारिश के कारण फसल खेतों में बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है। प्रदेश का अधिकतम तापमान ऊना में 31.0 डिग्री, जबकि न्यूनतम केलंग में 4.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। कहां कितना रहा तापमान
स्थान,न्यूनतम,अधिकतम
शिमला,13.5,20.5
सुंदरनगर,15.0,29.6
भुंतर,12.8,29.2
कल्पा,6.9,18.7
धर्मशाला,14.0,23.6
ऊना,18.8,31.0
नाहन,15.7,29.4
केलंग,4.8,16.6
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