हिमाचलः बेटे को विधानसभा चुनाव में उतारेंगे सीएम वीरभद्र
राहुल ने विक्रमादित्य के चुनाव लडऩे के प्रस्ताव पर हामी भर दी। मुख्यमंत्री ने भी इस बारे में पूछे जाने पर साफ कहा कि विक्रमादित्य शिमला ग्रामीण से लड़ेंगे।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश में उम्मीदवारों के चयन की कसरत में जुटी कांग्रेस ने चुनाव के अपने सियासी अभियान का एलान कर दिया है। भाजपा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे को थामने के लिए कांग्रेस ने 'जवाब देगा हिमाचल' के सियासी नारे के साथ चुनाव में उतरने का फैसला किया है। सूबे में सत्ता बचाने की इस लड़ाई में उम्मीदवारों के चयन में सतर्कता बरत रही पार्टी ने बुधवार तक प्रत्याशियों की सूची जारी करने की घोषणा भी की है।
कांग्रेस नेतृत्व ने वीरभद्र को अपने बेटे को भी चुनाव मैदान में उतारने के लिए हरी झंड़ी दे दी है। वह शिमला ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस हाईकमान के साथ चुनावी रणनीति और टिकट बंटवारे को लेकर सोमवार को चले बैठकों के दौर के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने देर शाम प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी कीचुनाव अभियान की थीम का एलान किया। उनका कहना था कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के विकास के कामों को सियासत की वजह से न केवल भाजपा और पीएम मोदी नकार रहे हैं, बल्कि सूबे की जनता को अपमानित कर रहे हैं। जबकि वास्तविकता यही है कि हिमाचल के सृजन से लेकर विकास की बुनियाद कांग्रेस ने रखी और आज इस मुकाम तक लेकर आयी है।
उन्होंने कहा कि बेशक हिमाचल की जनता विकास पर विरोधी पार्टी के गलत दावों का वोट के जरिए जवाब देगी। इसलिए कांग्रेस 'जवाब देगा हिमाचलÓ के अभियान के साथ मैदान में न केवल उतरेगी, बल्कि सत्ता भी हासिल करेगी। हिमाचल में विकास पर बहस की पीएम की चुनौती को कबूल करने की बात कहते हुए वीरभद्र ने कहा कि वे नरेंद्र मोदी को इसके लिए आमंत्रित करते हैं।कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन के लिए प्रदेश चुनाव समिति की बैठक भी हुई, जिसमें 40 सीटों के लिए एक नाम स्क्रीनिंग कमेटी को भेज दिए गए। बाकी सीटों पर दो से तीन नामों का पैनल भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ने उम्मीदवारों की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जितेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली स्क्रीनिंग कमेटी छानबीन कर मंगलवार को नाम केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेज देगी। सीईसी भी मंगलवार देर शाम सूची पर मुहर लगा सकती है। वीरभद्र ने कहा कि बुधवार तक उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी। टिकट बंटवारे पर हुई बैठकों के दौर के क्रम में वीरभद्र की दोपहर में राहुल गांधी के साथ भी बैठक हुई। समझा जाता है कि इस बैठक में राहुल ने वीरभद्र के बेटे विक्रमादित्य के चुनाव लडऩे के प्रस्ताव पर हामी भर दी। मुख्यमंत्री ने भी इस बारे में पूछे जाने पर साफ कहा कि विक्रमादित्य शिमला ग्रामीण से लड़ेंगे।
सूबे की अरकी या थियोग विधानसभा में से किसी एक सीट पर वीरभद्र खुद चुनाव लड़ेंगे। अपनी सरकार के मंत्री जीएस बाली के नाराज होने से जुड़े सवाल पर वीरभद्र ने कहा कि वे कांग्रेस सरकार का हिस्सा हैं और उनसे कोई मतभेद नहीं है। मुख्यमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मौजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ तनातनी को पीछे छोडऩे की बात कही और दावा किया कि कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतर रही है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल चुनावः कुछ को इशारा, कुछ मायूस; सूची अभी दूर
#Himachal Chief Minister Virbhadra Singh to fight from Arki (Solan) this time, son Vikramaditya to contest from Shimla (Rural): Sources— ANI (@ANI) October 17, 2017