शिक्षकों के लिए गाड़ी पूलिंग पर रोक, स्कूलों से मांगा माइक्रो प्लान
प्रदेश में पहली फरवरी से सरकारी स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश में पहली फरवरी से सरकारी स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए शिक्षकों की ओर से स्कूल पहुंचने के लिए गाड़ियों की पूलिग पर रोक लगा दी है। शिक्षा विभाग का तर्क है कि शिक्षक गाड़िया हायर करते हैं। इसमें 10 से 15 शिक्षक एक साथ कई किलोमीटर का सफर तय कर स्कूल पहुंचते हैं। ऐसा करने से कोरोना संक्रमण का खतरा बन सकता है, जब तक कोरोना महामारी का खतरा है तब तक गाड़ियों की पूलिग पर रोक रहेगी।
शिक्षा निदेशक ने मंगलवार को सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यो को सर्कुलर जारी कर माइक्रो प्लान मांगा है। 29 जनवरी तक यह प्लान शिक्षा निदेशालय को भेजना होगा। स्कूल प्रधानाचार्यो को बताना होगा कि कैसे कक्षाएं लगाई जाएंगी। वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में शारीरिक दूरी के नियम का पालन करवाकर एक साथ पांच नियमित कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं। यदि नहीं तो इसके लिए स्कूल के पास क्या वैकल्पिक प्लान है।
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स्कूल प्रधानाचार्यो को किया अधिकृत
उच्चतर शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि जिन स्कूलों में कमरों की संख्या सीमित है और विद्यार्थी ज्यादा हैं, उन स्कूलों के प्रधानाचार्यो को लगता है कि पांच कक्षाओं की नियमित पढ़ाई करवाने से शारीरिक दूरी के नियमों की पालना नहीं हो सकती वहां पर वैकल्पिक दिनों में कक्षाएं लगाई जा सकती हैं। इसके अलावा शिफ्ट में भी कक्षाएं चलाई जा सकती हैं। नियमित कक्षाओं के बावजूद ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी।
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शिक्षकों के साथ विचार-विमर्श कर बनेगा प्लान
27 जनवरी से शिक्षक स्कूल आएंगे। स्कूल प्रधानाचार्य सभी शिक्षकों के साथ विचार-विमर्श कर माइक्रो प्लान तैयार करेंगे। एक फरवरी से पहले स्कूलों को सैनिटाइज किया जाएगा। बच्चे एक साथ क्लास में नहीं आएंगे। अलग अलग लाइन बनाई जाएंगी। प्रार्थना सभा का आयोजन भी नहीं किया जाएगा।