कविताओं से दर्शाया गांधी का हिंदी प्रेम
भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से हिंदी पखवाड़ा के तहत सोमवार को ग
जागरण संवाददाता, शिमला : भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से हिंदी पखवाड़ा के तहत सोमवार को गेयटी थियेटर के कांफ्रेंस हॉल में कवि सम्मेलन व लेखक गोष्ठी का आयोजन किया। इसका आरंभ विभाग के निदेशक राकेश कुमार कोरला ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अनिल राकेशी ने की। इसमें प्रदेशभर से लगभग 35 कवियों ने भाग लिया। कवि सम्मेलन में गाधी जी के हिंदी प्रेम पर आधारित कविताएं पढ़ी गई। विभाग के सहायक निदेशक (भाषा) गोपाल दिलैक, सुनील आजाद, पंकज सहगल, मंडी से आई हरिप्रिया शर्मा, राजगढ़ के जगमोहन मेहता, कागड़ा के दुर्गेश नंदन, जयप्रकाश चौहान, मंडी की रूपेश्वरी शर्मा, शिमला के आत्मा राम रंजन, सत्य नारायण स्नेही ने कविताओं के माध्यम से महात्मा गाधी का हिंदी में योगदान व प्रचार-प्रसार का संदेश दिया। बिलासपुर से आई संदेश और विभाग के निदेशक राकेश कुमार कोरला ने कविता पाठ किया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में लेखक गोष्ठी व परिचर्चा का आयोजन किया गया। इसमें साहित्यकार डॉ. तुलसी रमण ने शोधपत्र पढ़ा। दूसरा शोधपत्र शांति कुमार ने पढ़ा। इन शोधपत्रों पर डॉ. मीनाक्षी फेतपाल, डॉ. कुंवर दिनेश सिंह, डीएस भागटा, गुलशन कुकरेजा, चंद्र राणा, प्रो. संतोष शर्मा, डॉ. मीनू जीवन, राजेंद्र राजन, बाबू राम ने चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. राधा रमण शास्त्री ने की।