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स्कूली विद्यार्थियों के लिए वर्दी खरीदने की प्रक्रिया शुरू

राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को निशुल्क वर्दी जल्द मिलेगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने कंपनी को वर्क ऑर्डर जारी करने से पहले सरकार को प्रस्ताव भेजा है। इसमें क्लेरिफिकेशन मांगी गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Mar 2020 04:31 PM (IST)Updated: Fri, 20 Mar 2020 06:23 AM (IST)
स्कूली विद्यार्थियों के लिए वर्दी खरीदने की प्रक्रिया शुरू

जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मुफ्त वर्दी जल्द मिलेगी। वर्दी खरीदने के लिए विभागीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने कंपनी को वर्क ऑर्डर जारी करने से पहले सरकार को प्रस्ताव भेजा है। इसमें वर्दी खरीदने के लिए अनुमति मांगी गई है।

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शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2018-19 और 2019-20 के लिए इकट्ठा टेंडर कर दिया था। वर्दी खरीदने को लेकर विवाद हुआ था। इस कारण एक साल तक वर्दी नहीं खरीदी गई थी। वर्दी खरीद व आवंटन में देरी के कारण विद्यार्थियों को एक साल तक वर्दी नहीं मिल पाई थी। शिक्षा विभाग ने सरकार को जो प्रस्ताव भेजा है, उसमें कहा गया है कि जो टेंडर शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए किया गया था, उसे 2020-21 किया जाए। इसके लिए सारी औपचारिकता हो चुकी है। सरकार की मंजूरी मिलने के बाद शिक्षा विभाग कंपनी को वर्क ऑर्डर जारी कर देगा। छात्राओं को तीन रंगों की चेकदार वर्दी दी जाएगी। पहली से जमा दो कक्षा तक की छात्राओं को लाल, काले व सफेद रंग की चेकदार वर्दी है। छठी से जमा दो कक्षा की छात्राओं को दुपट्टा भी दिया जाएगा। लड़कों की वर्दी हरे रंग की पैंट और हरे रंग की चेक कमीज होगी। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। 8.30 लाख विद्यार्थियों को मिलनी है वर्दी

प्रदेश में पहली से जमा दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को मुफ्त वर्दी दी जाती है। प्रदेश में 8.30 लाख विद्यार्थियों को वर्दी मिलनी है। पहली से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को वर्दी की सिलाई का पैसा भी दिया जाएगा। जमा एक और जमा दो कक्षा के विद्यार्थियों को वर्दी की सिलाई के लिए पैसा नहीं दिया जाता है। हर विद्यार्थी को वर्दी के दो-दो सेट दिए जाएंगे। प्रारंभिक शिक्षा विभाग का कहना है कि इस बार वर्दी के सैंपल की गहनता से जांच की जाएगी। वर्दी के सैंपल लिए जाएंगे। इसकी लैब में टेस्टिग करवाई जाएगी। रिपोर्ट के बाद ही वर्दी दी जाएगी।

----------- सरकार से वर्दी खरीदने के लिए अनुमति मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही कंपनी को वर्दी का वर्क ऑर्डर जारी होगा।

रोहित जमवाल, निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा


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