सचिवालय में फाइलों का 'रूट' बदलने की तैयारी
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश सरकार सचिवालय में भी नए बदलाव कर सकती है। सूत्रों के अनुसार यहां
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश सरकार सचिवालय में भी नए बदलाव कर सकती है। सूत्रों के अनुसार यहां फाइलों का रूट बदलने की भी पूरी तैयारी है। इसके लिए अंदरखाते कवायद शुरू हो गई है। सेक्शन ऑफिसर (एसओ) के बाद अब फाइल ब्रांच ऑफिसर के बजाय पहले विधि अधिकारियों के पास भेजनी होगी। हालांकि अभी इस संबंध में अधिसूचना या मेमोरेंडम जारी नहीं हुआ है।
पूर्व धूमल सरकार के समय इस संबंध में मौखिक निर्देश दिए गए थे। जयराम सरकार भी उन्हीं के नक्शेकदम पर है। ऐसा सचिवालय कर्मचारियों व अधिकारियों के तबादलों से साबित हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व मंत्रियों के स्टाफ को जिस तर्ज पर बदला गया है, उससे पूरे सचिवालय में हड़कंप मचा है। पहले इस स्टाफ को एसए पूल में भेजा गया और वहीं से नई जगह पर तैनाती हो रही है। ब्रांचों में भी व्यापक बदलाव किया गया है। मंत्रियों के पास भी नया स्टाफ भेजा गया है। सीएम कार्यालय और इससे जुड़ी ब्रांचों में नई तैनाती की गई है। सचिवालय के कर्मचारियों का दूसरी जगह तबादला नहीं होता है। सरकार किसी भी दल की हो, इनका दबदबा कायम रहता है। सत्ता बदलते ही सचिवालय, राजभवन के कर्मचारियों व अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के स्वागत में कार्यक्रम रखा था। इसमें सरकार के मुखिया ने कर्मचारियों से भी सहयोग मांगा था। इसमें पूरे प्रदेश के नियमित कर्मचारियों के लिए तीन प्रतिशत डीए देने का ऐलान हुआ था। तीन दिन पहले ही डीए जारी भी हो गया है। सचिवालय में विधि अधिकारी के 12 पद हैं। छह पद वरिष्ठ विधि अधिकारी के हैं। अवर सचिव विधि के चार, उपसचिव के तीन व संयुक्त सचिव विधि के दो पद हैं।
ऐसे रूट होती है फाइल
सबसे पहले क्लर्क कोई भी फाइल पुटअप करेगा। वह इसे अधीक्षक को भेजेगा। वहां से फाइल एसओ के पास जाएगी। एसओ इसे ब्रांच ऑफिसर के पास भेज देगा। ब्रांच ऑफिसर में अवर सचिव से लेकर अतिरिक्त निदेशक तक शामिल होंगे। ये सचिवालय काडर या फिर एचएएस काडर के होते हैं। अगर विधि अधिकारी को फाइल भेजी तो फिर एक नया रूट तैयार होगा।