आइजी, एसपी समेत 9 पुलिस कर्मियों को फिर जेल
शिमला : लॉकअप में सूरज की हत्या के आरोप में निलंबित आइजी जैडएच जैदी समेत अन्यों की न्यायिक हिरासत फिर बढ़ गई।
राज्य ब्यूरो, शिमला : लॉकअप में सूरज की हत्या के आरोप में निलंबित आइजी जैडएच जैदी, एसपी डीडब्ल्यू नेगी, डीएसपी मनोज जोशी समेत नौ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी फिर जेल चले गए हैं। शिमला के सीजेएम रणजीत ठाकुर की कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत पांच फरवरी तक बढ़ा दी। आइजी को हाईकोर्ट से भी जमानत नहीं मिल पाई है। जैदी सहित आठ पुलिस कर्मचारियों को सीबीआइ ने पिछले साल 29 अगस्त को गिरफ्तार किया था, जबकि एसपी की गिरफ्तारी 16 नवंबर को हुई थी। मंगलवार को आइजी जहूर एच जैदी, एसपी डीडब्ल्यू नेगी, डीएसपी मनोज जोशी, कोटखाई के पूर्व थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह समेत नौ पुलिस कर्मचारियो को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें पांच फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। अब इन आरोपियों के वायस सैंपल केस की सुनवाई भी उसी दिन होगी।
गौर रहे कि कोटखाई में छात्रा से दुष्कर्म व हत्या मामले में लॉकअप में हुई आरोपी सूरज की हत्या हो गई थी। इस आरोप में सीबीआइ ने 29 अगस्त को जैदी व जोशी समेत आठ पुलिस कर्मचारियो को गिरफ्तार किया था। प्रदेश हाईकोर्ट 19 जनवरी को आइजी की जमानत याचिका खारिज कर चुका है।
तीन माह से सुनवाई नहीं
सूरज मामले में ही सीबीआइ की तरफ से आरोपी पुलिस वालों के वॉयस सैंपल लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दी गई है। लेकिन आरोपी पुलिस वालों की ओर से अपनी पैरवी के लिए कोई भी वकील कोर्ट में पेश नहीं हो पा रहे हैं। इस कारण अर्जी पर तीन माह से सुनवाई नहीं हो पा रही है। वकील पेश न होने के कारण बार एसोसिएशन के साथ चल रहा विवाद है। आरोपी पुराने वकीलों को ही चाह रहे हैं, लेकिन बाहर से कोई भी वकील नहीं आ पा रहा है।