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जिला प्रशासन और 50 पुलिस कर्मियों की डाउनडेल में रेड

मंगलवार दोपहर सवा तीन बजे में अपराध की नगरी से चर्चित क्षेत्र डाउनडेल ने पुलिस ने रेड की ।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 08:13 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 08:13 PM (IST)
जिला प्रशासन और 50 पुलिस कर्मियों की डाउनडेल में रेड
जिला प्रशासन और 50 पुलिस कर्मियों की डाउनडेल में रेड

अजय बन्याल, शिमला

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राजधानी में अपराध की नगरी से कुख्यात डाउनडेल में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। 50 से अधिक पुलिस कर्मचारियों ने छापेमारी कर नशे सहित अन्य सामान बरामद किया। मंगलवार दोपहर सवा तीन बजे में डाउनडेल ने पुलिस ने रेड की। पार्किंग के समीप पुलिस व जिला प्रशासन की गाड़ियों का काफिला रुका। दो बसों और पांच गाड़ियों से अधिकारी व कर्मचारी उतरे और डाउनडेल की तरफ बढ़ने लगे। पुलिस की चार टीमें सिविल ड्रेस में डाउनडेल में पहले एक बजे के करीब पहुंच गई थी। जैसे ही पुलिस ने डाउनडेल की तरफ बढ़ना शुरू किया तो पूरे ढारों में खलबली मच गई है। रास्ते से गुजरने वाले हर व्यक्ति से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी। कोई भी ऐसा नहीं था जिससे पूछताछ नहीं हुई हो। हरेक का फोन नंबर पुलिस कर्मी लिख रहे थे। पहले एक ढारे में पहुंचे यहां पर एक दार्ज¨लग का युवक बैठा था। पहले तो उसने कुछ भी पुलिस को नहीं बताया, लेकिन जब पुलिस ने इस ढारे की चे¨कग शुरू की तो दो बोतल शराब बरामद हुई। इसके साथ ही गांजे का पैकेट, स्मोकिंग पेपर पेपर बरामद हुआ। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया। हर ढारे की चेकिंग पुलिस टीम कर रही थी, लेकिन कई ढारों में पहले ही ताला लगा हुआ था। रवि के ढारे में 12 बोतल शराब की बरामद हुई। हालांकि रवि ढारे में मौजूद नहीं था। पुलिस ने उसके भाई अजीत को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। करीब दो घंटे तक सर्च अभियान जिला प्रशासन और पुलिस ने चलाया। हालांकि बड़ी सफलता पुलिस को नहीं मिल पाई, लेकिन ढारों में रहने वालों में पुलिस की दबिश से डर अब बढ़ता जा रहा है। यहां पर नशे का कारोबार करने वाले सरगना एक माह से फरार हैं।

पुलिस की हर टीम में एक महिला कर्मी थी, ताकि ढारों में मौजूद महिलाओं की चे¨कग भी हो सके।

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अवैध ढारों में बिजली कनेक्शन

डाउनडेल में 30 से अधिक अवैध ढारे हैं। सभी ढारों में बिजली के कनेशक्न हैं। ये कनेक्शन कैसे मिले, ये सवाल है। शिमला पुलिस ने जिला प्रशासन को पहले ही पत्र लिख कर कार्रवाई करने को कहा है, जितने भी अवैध ढारे हैं इन्हें हटाया जाए, लेकिन जिला प्रशासन अभी तक अवैध ढारों को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठा पाया है। इन्हीं अवैध ढारों में नशे का कारोबार चल रहा है। यहां रहने वाले लोगों के पास महंगे टीवी, एलईडी, फ्रिज, वॉशिंग मशीनें हैं।

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पुलिस की हर जानकारी मिल रही थी बाहर

अभी इसी माह राजू की ढारे से दो महिलाएं व एक व्यक्ति पुलिस ने चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। जब मंगलवार को दोबारा इस ढारे में चे¨कग करने के लिए पुलिस पहुंची तो एक लड़की और वृद्ध महिला मौजूद थी। पहले तो इन दोनों ने पुलिस को कोई भी जानकारी नहीं दी। ढारे में बने मंदिर के पीछे एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। लड़की ने इन्कार कर दिया मुझे इसके बारे में नहीं पता किसका मोबाइल है। लेकिन जब पुलिस ने ज्यादा पूछताछ शुरू की तो लड़की ने कहा कि उसे मामा ने फोन दिया है। मोबाइल फोन के कवर में तीन मोबाइल सिम भी बरामद हुई। लड़की ने मोबाइल को फ्लाइट मोड पर रखा था। पुलिस स्वीच ऑफ करके ऑन किया तो पासवर्ड मांगा। लड़की ने पुलिस को पासवर्ड नहीं बताया। हालांकि पुलिस ने पासवर्ड ब्रेक कर दिया। मोबाइल फोन एक नंबर पर कई मैसेज भेजे गए थे, जिसमें पुलिस की रेड की जानकारी दी जा रही थी। इसी ढारे से लैपटॉप भी बरामद किया। साथ ही साथ एक डायरी मिली है, जिसमें पैसों का हिसाब किताब रखा है। ढारे से राजू और उसका बेटा फरार हैं।

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ये रहे टीम में मौजूद

जिला पुलिस ने छापेमारी की रणनीति बनाई थी। इसमें एडीएम लॉ एंड ऑर्डर राजीव प्रभा, एसडीएम शहरी नीरजा चांदला, एएसपी मनमोहन, डीएसपी प्रमोद शुक्ला, डीएसपी सुंशात, एसएचओ संदीप चौधरी विशेष तौर पर मौजूद रहे। इन्होंने सर्च अभियान की प्ला¨नग की थी। पहले सुबह रेड करने का समय तय हुआ था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण रेड का समय बदल कर दोपहर बाद किया।

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अपराधियों की शरणस्थली है डाउनडेल

शिमला शहर का डाउनडेल क्षेत्र ऐसा है जहां सुबह से लेकर शाम तक अपराध की नगरी सजती है। शराब से लेकर चिट्टा, स्मैक और अन्य नशा यहां मिलता है। यहां पर अवैध ढारों में नशे के तस्कर रहे हैं। डाउनडेल का क्षेत्र अपराधियों के लिए जाना जाता है। कई संगीन वारदातों में शामिल लोग यहां पर रहते हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक 70 मामले यहां पर रहने वाले लोगों के खिलाफ दर्ज है। जब भी शहर में कोई चोरी या अन्य अपराध होता है तो पुलिस यहीं पर दबिश देती है। 90 फीसद लोग ढारों में अवैध रूप से रहे हैं। पुलिस को यहां पर दबिश देने के लिए भारी दलबल लाना पड़ता है। पुलिस की छोटी टीमों पर कई बार पथराव भी हुआ है। छेड़छाड़ और चोरी के मामले तो आए दिन होते रहे हैं।

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फरवरी में पकड़ा था 378 ग्राम चिट्टा

जुलाई 2018 में डाउनडेल में एक महिला को दो ग्राम चिट्टा और 1,21700 रुपये कैश बरामद किया था। पुलिस ने गश्त के दौरान डाउनडेल में दर्शना देवी, जो कूड़ा एकत्र करने का काम करती थी, से नशा और कैश बरामद किया था। इसी साल छह फरवरी को यहीं से 378 ग्राम से अधिक चिट्टा बरामद किया था। पुलिस ने इस मामले में दो महिलाओं समेत एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया था।


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