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विद्युत परियोजना पर लाडा का पैसा न देने का आरोप

उपतहसील सराहन की किन्नू पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने शिवा एनर्जी

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 08:18 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 08:18 PM (IST)
विद्युत परियोजना पर लाडा का पैसा न देने का आरोप
विद्युत परियोजना पर लाडा का पैसा न देने का आरोप

संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : उपतहसील सराहन की किन्नू पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने शिवा एनर्जी पर लाडा का पैसा जमा न करने का आरोप लगाया है। कंपनी कोटागाड परियोजना का निर्माण कर रही है। एसडीएम रामपुर नरेंद्र चौहान ने 28 सितंबर को लाडा की बैठक बुलाई है, जिससे ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया जा सके।

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पंचायत प्रतिनिधियों का आरोप है कि पंचायत की कोटा खड्ड में नवनिर्मित साढ़े तीन मेगावाट की विद्युत परियोजना ने उत्पादन शुरू कर कमाई शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक लाडा का पैसा जमा नहीं करवाया है। इसे लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है। पंचायत का एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम रामपुर से शनिवार को मिला। इसके बाद एसडीएम ने परियोजना प्रबंधन, पंचायत प्रतिनिधियों व अन्य विभागों के साथ 28 सिंतबर को बैठक बुलाई। पंचायत प्रधान यशपाल चौहान ने कहा कि मार्च व अप्रैल में परियोजना प्रबंधन ने काम पूरा करके विद्युत उत्पादन भी शुरू कर दिया है, लेकिन अभी तक उपमंडलाधिकारी कार्यालय में लाडा की पूरी राशि जमा नहीं की गई है। प्रधान ने कहा कि परियोजना ने केवल पौने तीन लाख ही जमा करवाए हैं, जबकि यह राशि 30 लाख के करीब जमा की जानी चाहिए थी। आरोप लगाया कि नियमानुसार परियोजना को लाडा की राशि एसडीएम रामपुर के पास जमा करवानी होती है, लेकिन परियोजना प्रबंधन का कहना है कि उसने एक करोड़ से अधिक रुपय पंचायत के विकास कार्यो पर खर्च किए हैं, जबकि इस राशि को खर्च करने या करवाने का कोई भी रिकॉर्ड पंचायत के पास नहीं है। कायदे से लाडा की यह राशि पहले उपमंडलाधिकारी के पास जमा होनी थी और उसके बाद पंचायत के विकास कार्यो पर उसे खर्च किया जाना था। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने परियोजना प्रबंधन की शिकायत एसडीएम से की थी।

एसडीएम नरेंद्र चौहान ने कहा कि लाडा की बैठक 28 तारीख को बुलाई गई है। उनके पास लाडा की राशि जमा नहीं है, लेकिन परियोजना प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने पंचायत प्रधान की सहमति से ही पंचायत पर पैसा खर्च किया है। उसकी जाच करवाई जाएगी। यदि ऐसा नहीं हुआ होगा तो परियोजना प्रबंधन को लाडा की राशि हर हाल में जमा करवानी होगी।


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