सरकारी दफ्तरों में हो रही नियमों की अनदेखी
तहसील कार्यालय शिमला के बाहर डाक्यूमेंट राइटर के पास लोगों की भीड़ जुटी हुई थी।
तहसील कार्यालय शिमला के बाहर डाक्यूमेंट राइटर के पास लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। लोगों ने मास्क तो लगा रखे थे, लेकिन यहां पर शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं हो रहा था। जगह की कमी के कारण कमरे के बाहर लगे बैंच पर लोग साथ सटक कर बैठे हुए थे। लोग जल्दी के चक्कर में भीड़ के बीच अपना काम करवाते नजर आ रहे थे। इस कार्यालय में 10 बजे से पहले ही लोग राजस्व या अन्य दस्तावेज से जुड़े कामकाज के लिए पहुंचते हैं। कार्यालय में रोजाना भीड़ लगी रहती है। ऐसी भीड़ कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे सकती है।
इसी परिसर में उपायुक्त, एसडीएम और तहसीलदार के कार्यालय हैं, लेकिन परिसर में ही सरेआम नियमों का उल्लंघन हो रहा है। वहीं आधार कार्ड अपडेशन केंद्र पर लोगों की खासी भीड़ थी। लोग हाथ में दस्तावेज लिए छोटी सी गैलरी में लाइन लगाकर खड़े थे। जगह की कमी के चलते लोगों को उचित शारीरिक दूरी बनाना मुश्किल हो रहा था।
प्रस्तुति : जागरण संवाददाता, शिमला। लोगों के लिए नहीं सैनिटाइजेशन की व्यवस्था
उपायुक्त कार्यालय के मेन गेट पर स्टांप विक्रेता के पास भी लोगों की भीड़ थी। बढ़ती भीड़ कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। जिला प्रशासन लोगों को बार-बार हाथों को सैनिटाइज करने की हिदायत देता है लेकिन हैरानी की बात है कि सरकारी दफ्तरों में सैनिटाइजर नहीं रखे गए हैं। अधिकारियों के कमरों में जरूर सैनिटाइजर रखे गए हैं, लेकिन आम लोगों के लिए ऐसी कोई व्यवस्था कोई व्यवस्था नजर नहीं आई। नो मास्क, नो सर्विस के दिए हैं आदेश
जिला प्रशासन ने नो मास्क नो सर्विस के आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही शारीरिक दूरी के नियमों का भी सख्ती से पालन करने को कहा गया है। दूसरी तरफ जिला प्रशासन के अपने ही कार्यालय में सरेआम नियमों का उल्लंघन कई सवाल खड़े करता है। इस ओर रजिस्ट्री कार्यालय के अधिकारी आंख बंद किए बैठे हैं। सबसे ज्यादा सख्ती की जरूरत इसी कार्यालय में है। वहीं लोग अपना काम निकलवाने के लिए खतरे को अनदेखा करते दिखाई देते हैं।