घर पहुंचने की जल्दी कहीं अस्पताल न पहुंचा दें
रविवार को उपमंडल के ज्यादातर रूटों में निजी बसें नहीं चलती हैं। ऐसे में ओवरलोडिंग और बढ़ जाती है।
रामपुर बुशहर, जेएनएन। रामपुर और आसपास के क्षेत्र में पथ परिवहन की बसों पर ओवरलोडिंग कर यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पहले हुए बस हादसों से पथ परिवहन निगम रामपुर ने अब तक सबक नहीं लिया है। बावजूद इसके बसों की छतों पर लोग बैठाए जा रहे हैं, जबकि बारिश का दौर जारी है कहीं पर भी सर्पीली सड़कों पर हादसा हो सकता है।
रामपुर पथ परिवहन के करीब 80 फीसद रूट ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों की ओर रोजाना जाते हैं। ऐसे में यदि ओवरलोड बसों में हादसा हो जाए तो जिम्मेवार किसे ठहराया जा सकता है। रविवार को उपमंडल के ज्यादातर रूटों में निजी बसें नहीं चलती हैं। ऐसे में ओवरलोडिंग और बढ़ जाती है। निजी बस ऑपरेटरों द्वारा तर्क दिया जाता है कि रविवार को रखरखाव के कारण बसों को नहीं चलाया जाता है।
वहीं, लोगों को मानना है कि रविवार की बजाए अन्य दिनों में रिपेयर और अन्य कार्य किया जा सकता है। यात्रियों ने सरकार से मांग की है कि रविवार को निजी बसों को चलाए जाने के निर्देश दिए जाएं। पथ परिवहन निगम रामपुर के प्रबंधक गुरुवचन सिंह ने बताया कि बसों में केवल रविवार को ही ओवरलोडिंग होती है। इस दिन निजी बसें सेवाएं नहीं दे रही हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को रामपुर से गौरा की ओर जा रही बस में छत पर लोग बैठे थे और शिकायत मिलने के बाद उन्हें उतार भी दिया गया। बसों में ओवरलोडिंग न करने के निर्देश चालकों को दिए गए हैं, लेकिन कई बार लोग चालकों और परिचालकों से उलझ जाते हैं। आने वाले समय में चालकों को ऐसी परिस्थिति में मोबाइल फोन से वीडियो बनाने के निर्देश दिए जाएंगे।