कैंपा फंड का करें सही इस्तेमाल
मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने क्षतिपूरक वनीकरण कोष प्रबन्धन और योजना प्राधिकरण (कैम्पा) फंड का सही इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं। इस फंड के तहत हिमाचल के लिए 1660 करोड़ रूपये आए हैं। इस में से वन विभाग ने 2019-20 के लिए 156 करोड़ की कार्ययोजना तैयार की है। बाकी पैसा खाते में जमा होगा। जब तक यह पैसा जमा रहेगा इस पर ब्याज मिलता रहेगा। इस संबंध में वीरवार को मुख्य सचिव ने सचिवालय में बैठक की। इसमें वन अधिकारियों को उचित दिशा- निर्देश जा
राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने क्षतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन और योजना प्राधिकरण (कैंपा) फंड का सही इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं। इस फंड के तहत हिमाचल के लिए 1660 करोड़ रुपये आए हैं। इसमें से वन विभाग ने वर्ष 2019-20 के लिए 156 करोड़ की कार्ययोजना तैयार की है। बाकी पैसा खाते में जमा होगा। जब तक यह पैसा जमा रहेगा, इस पर ब्याज मिलता रहेगा।
मुख्य सचिव ने वीरवार को सचिवालय में बैठक की। इसमें वन अधिकारियों को उचित दिशानिर्देश जारी किए। फंड के तहत केंद्र से पैसा दो दशक बाद आया है। अब इसे जल एवं वन संरक्षण पर खर्च किया जाएगा। यह पैसा कैसे खर्च होगा, इस पर चर्चा हुई। इसे राज्य सरकार की प्राथमिकताओं के हिसाब से खर्च किया जाएगा। डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने कहा प्रदेश में कैंपा के तहत प्राप्त राशि को मलबे के निष्पादन (मक डंपिग), पौधारोपण, छोटे जलाशय, तालाब आदि पर खर्च होगी। वन तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए इन तीनों पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। बैठक के दौरान अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन एवं कैंपा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केहर सिंह ठाकुर ने फंड की पृष्ठभूमि, प्रतिपूरक वनीकरण कोष अधिनियम, 2016, 2018 के महत्वपूर्ण पहलुओं और नई व्यवस्था के तहत अभी तक हुई प्रगति पर प्रस्तुति दी। इस दौरान ईको टॉस्क फोर्स को किए जाने वाले भुगतान पर भी चर्चा की गई। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन) राम सुभग सिंह, सचिव वित्त अक्षय सूद, प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन अजय कुमार समेत कई आला अधिकारी उपस्थित थे।