शिमला का नाम बदलने की कोशिश न करें जयराम ठाकुर
मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को चेताया कि शिमला एक ऐतिहासिक शहर है जिसके नाम के साथ कोई छेड़छाड़ न हो।
राज्य ब्यूरो, शिमला। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को चेताया है कि शिमला का नाम बदलने की कोशिश न करें। शिमला एक ऐतिहासिक शहर है जिसके नाम के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री द्वारा शिमला के नाम को बदलने के संबंध में की गई टिप्पणी पर कड़ा एतराज जताया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि शिमला के नाम को बदलने की सियासत का खेल भाजपा सरकार को नहीं खेलना चाहिए। प्रदेश की राजधानी होने के साथ-साथ शिमला से इतिहास जुड़ा है।
शिमला के नाम को बदलने की सोच सरकार को नहीं रखनी चाहिए। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुड़गाव का नाम बदलकर गुरुग्राम किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया है। ऐसे में जयराम ठाकुर भी नाम बदलने की गाड़ी में सवार होना चाहते हैं। इसलिए शिमला के नाम को बदलने की चर्चा शुरू की गई है जो गलत है। इससे पहले भी डलहौजी का नाम बदलने की चर्चा भाजपा ने की थी। एक बार मुख्यमंत्री आवास ओकओवर का नाम बदलकर शैल कुंज किया गया था। इसे फिर ओकओवर किया गया।
आज शहरों के नाम बदलना नहीं बल्कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। युवाओं को रोजगार के साधन चाहिए। इसलिए सरकार को रोजगार की ओर ध्यान देना चाहिए। महंगाई लगातार बढ़ रही है। महंगाई को कम करने के लिए काम होना चाहिए। पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के दाम आज भी जनता की कमर तोड़ रहे हैं। हिमाचल को कर्ज से किस प्रकार उबारना चाहिए, इसका चिंतन होना चाहिए। लेकिन लगता है कि भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री के पास कोई ठोस कार्यक्रम व नीति नहीं है। इसलिए सरकार द्वारा गैर मुद्दों को मुद्दा बनाकर समय व्यतीत करने का प्रयास किया जा रहा है।