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एक मंत्री, तीन विधायक मोर्चे पर जाने को तैयार

हिमाचल प्रदेश के एक मंत्री और तीन विधायकों में देश भक्ति, सेवा का जज्बा कुलांचे मार रहा है। इनमें मंत्री महेंद्र ¨सह, सरकाघाट के विधायक कर्नल इंद्र ¨सह, भटियात के विधायक विक्रम जरियाल, सिरमौर के पच्छाद के विधायक सुरेश कश्यप शामिल हैं। गोरीपोरा में हुए आतंकी हमले से मारे गए देश के वीर जवानों की शहादत से गुस्से में हैं। उन्होंने कहा कि अबकी बार पाकिस्तान के साथ आर- पार की लड़ाई हो जानी चाहिए। उन्होंने फिर से सेना में सेवाएं देने की इच्छा जताई है। ये चारों सेना में देश की सेवा कर चुके हैं। इन नेताओं ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे सेना में नए सिरे से सेवाएं देंगे। महेंद्र ¨सह सैनिक कल्याण मंत्री हैं। विधानसभा में कहा कि उन्होंने 1971 की लड़ाई लडी थी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Feb 2019 10:01 PM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 10:01 PM (IST)
एक मंत्री, तीन विधायक मोर्चे पर जाने को तैयार
एक मंत्री, तीन विधायक मोर्चे पर जाने को तैयार

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश के एक मंत्री और तीन विधायकों में देशभक्ति व देशसेवा का जज्बा हिलोरें मार रहा है। इनमें आइपीएच मंत्री महेंद्र ¨सह, सरकाघाट के विधायक कर्नल इंद्र ¨सह, भटियात के विधायक विक्रम जरियाल व पच्छाद के विधायक सुरेश कश्यप शामिल हैं। गोरीपोरा में हुए आतंकी हमले में मारे गए देश के वीर जवानों की शहादत से ये नेता गुस्से में हैं।

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उन्होंने कहा कि इस बार पाकिस्तान के साथ आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए। उन्होंने सेना में फिर सेवाएं देने और मोर्चे पर जाने की इच्छा जताई है। ये चारों नेता सेना में रहकर देश की सेवा कर चुके हैं। इन नेताओं ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे सेना में फिर सेवाएं देंगे। रणभूमि में उतरने के लिए फिर तैयार : महेंद्र ¨सह

महेंद्र ¨सह सैनिक कल्याण मंत्री हैं। महेंद्र सिंह ने विधानसभा में कहा कि उन्होंने 1971 की लड़ाई लड़ी थी। वह डोगरा रेजीमेंट में सैनिक थे। पहली दिसंबर से 15 दिसंबर 1971 तक लड़ाई चली। तब पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध हुआ था। सेना ने न केवल पाक सेना खदेड़ी बल्कि 91 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। मैं अब फिर रणभूमि में उतरने के लिए तैयार हूं। पाकिस्तान कायराना हरकतें छोड़े नहीं तो इसके गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। सेना में फिर सेवाएं देने को तैयार : इंद्र ¨सह

सरकाघाट के  विधायक कर्नल इंद्र ¨सह ने कहा कि अपने घर के जयचंदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। हमलवार को पल-पल की जानकारी देने वाले कौन थे, इसकी भी जांच हो। मैं सेना में फिर सेवाएं देने व मोर्चे पर जाने के लिए तैयार हूं।

वायुसेना में दूंगा सेवाएं : सुरेश कश्यप

पच्छाद के विधायक सुरेश कश्यप ने कहा कि उन्होंने कारगिल युद्ध में सेवाएं दी थीं। अब फिर से सेवाएं देने को तैयार हूं। अब जरूरत पड़ने पर वायुसेना में सेवाएं दूंगा। सेना को दिया सेवा का संदेश : विक्रम जरियाल

भटियात के विधायक विक्रम जरियाल ने कहा कि मैंने सेना को संदेश दे दिया है। मैं फिर सेवाएं देने के लिए तैयार हूं।

------------- हमें युद्ध करना चाहिए : शांडिल

विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि हमारे बीच के जयचंद हमले के लिए जिम्मेदार हैं। वह सियाचिन व उड़ी में रहे हैं। वर्ष 1971 में हमले के दौरान मैं सेना में था। सैनिक वहां पहुंच सकता है जहां कोई दूसरा नहीं पहुंच पाता है। यह कहते-कहते वह भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि हमें युद्ध करना चाहिए। सेना का एक साल का प्रशिक्षण हर नागरिक को देना चाहिए तभी सैनिक और सुरक्षा की अहमियत समझ आएगी। सभी विभागों में कर्मियों को सेना का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। नहीं खा पाया खाना : राकेश पठानिया

विधायक राकेश पठानिया ने कहा कि जवाली क्षेत्र के शहीद तिलक राज का एक बेटा तीन साल और दूसरा बेटा नवजात है। आतंकी हमले के बाद मैं वीरवार रात खाना नहीं खा पाया। मैं भी सैनिक परिवार से संबंध रखता हूं।


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