अब आयकर विभाग करेगा मुख्य आरोपित की संपत्ति की जांच
राज्य ब्यूरो शिमला सोलन जिले के सुल्तानपुर स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय में डिग्रियों का बड़े
राज्य ब्यूरो, शिमला : सोलन जिले के सुल्तानपुर स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय में डिग्रियों का बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ। पुलिस की एसआइटी की जांच से पता चला है कि बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियां जारी की और इसके बदले भारी भरकम पैसे लिए गए। एक डिग्री दो से पांच लाख तक बेची गई। फर्जीवाड़े से प्राप्त पैसों से मालिक हरियाणा के करनाल के निवासी राजकुमार राणा ने हिमाचल, राजस्थान समेत कई जगहों पर अकूत संपत्ति एकत्र की। अब गैर कानूनी ढ़ंग से अर्जित कमाई की आयकर विभाग जांच करेगा।
डीजीपी संजय कुंडू ने इस मामले को शिमला स्थित आयकर विभाग के मुख्य आयुक्त के साथ उठाया। जांच करने वाली यह तीसरी एजेंसी होगी। अब तक राज्य पुलिस के अलावा मनी लॉड्रिग के एंगल से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच कर रहा है। इस संबंध में सोलन के धर्मपुर में तीन अलग- अलग मामले दर्ज हैं। डीजीपी के अनुसार विवि ने अपनी स्थापना से लेकर ही उम्मीदवारों को बड़ी संख्या में डिग्रियां जारी की और इसकी एवज में पैसे लिए।मानव भारती चेरीटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष राजकुमार राणा, पत्नी अशोनी कंवर, बेटी आइना राणा ट्रस्टी हैं। अभी राणा का परिवार आस्ट्रेलिया में रह रहा है। डीजीपी ने कहा कि फर्जी डिग्रियों के अलावा अपराध के वित्तीय पहलुओं की जांच करना जरूरी है। इस कारण वित्तीय लेनदेन का मूल्यांकन आयकर विभाग द्वारा किया जाना चाहिए।