नई पंचायतें बनाने के लिए 210 आवेदन
प्रदेश में इस वर्ष पंचायत चुनाव होंगे। उससे पहले सरकार ने राज्य के सभी क्षेत्रों से नई पंचायतों के गठन को लेकर आवेदन मांगें हैं ताकि जनहित को ²ष्टिगत रखते हुए पंचायत चुनाव से पहले नई पंचायतों का गठन किया जा सके। पंचायतीराज मुख्यालय में अभी तक ऑन लाइन व डाक से लोगों की ओर से भेजे गए आवेदनों की संख्या करीब 210 हो सकती है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल में इस साल के अंत तक होने वाले पंचायतीराज के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसी के मद्देनजर प्रदेश सरकार ने सभी क्षेत्रों से नई पंचायतों के गठन के लिए आवेदन मांगें हैं। इस संबंध में सरकार के पास अभी तक 210 आवेदन आ चुके हैं, जबकि आवेदन भेजने का आज यानी 25 जनवरी को अंतिम दिन है। सरकार चाहती है कि पंचायती राज की अंतिम रूपरेखा बनने से पहले नई पंचायतों का गठन किया जा सके। पंचायतीराज मुख्यालय में अभी तक ऑनलाइन व डाक से कई जगह से आवेदन पहुंच चुके हैं। 25 जनवरी तक प्रदेश के लोग नई पंचायत के लिए आवेदन कर सकते हैं।
वर्तमान में जनजातीय क्षेत्रों के लिए एक पंचायत की शर्त एक हजार तक की जनसंख्या निर्धारित है। इससे कम जनसंख्या वाली भी पंचायतें हैं। राज्य के कई हिस्सों में ऐसी भी पंचायतें हैं जो दो विधानसभा क्षेत्रों में झूल रही हैं। जिसके कारण ग्रामीण लोगों को न तो एक विधानसभा क्षेत्र से सरकारी सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं और न ही दूसरी पंचायत से। तय अविध तक प्राप्त होने वाले आवेदनों की समीक्षा होगी। सरकार की ओर से निर्धारित शर्तो के आधार पर नई पंचायतों के प्रस्तावों को मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
----------------
एक हजार की आबादी राज्य में एक पंचायत का गठन एक हजार की आबादी के आधार पर होता है। इस समय प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में एक हजार की आबादी और इससे कम जनसंख्या वाले क्षेत्रों को भी पंचायत का दर्जा दिया गया है। एक पंचायत के लिए घरों की संख्या, जनसंख्या, एक पंचायत से दूसरी पंचायत की दूरी, राजस्व ग्रामों की संख्या देखी जाती है।
----------------
पिछले पंचायत चुनाव से पहले दो विधानसभा क्षेत्रों में आने वाली करीब 172 पंचायतों का पुनर्गठन करके इधर-उधर किया गया था। अभी कितनी पंचायतें दो विधानसभा क्षेत्रों में हैं, इसका पता तो कुछ दिनों के भीतर लगेगा। कितनी नई पंचायतों का गठन होगा, यह तय नहीं होता है। जनसंख्या, एक पंचायत से दूसरी पंचायत के बीच दूरी सहित कई बिदुओं पर नई पंचायत मिलती है।
- केवल शर्मा, संयुक्त निदेशक पंचायतीराज विभाग।
----------------
अभी आवेदन आ रहे हैं, उसके बाद सभी आवेदनों का आकलन किया जाएगा। उसके बाद नई पंचायतों के गठन के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। तय मानकों पर आने वाले आवेदनों के आधार पर नई पंचायतों का गठन किया जाएगा। वर्तमान में राज्य में 3226 पंचायतें हैं।
- डॉ. आरएन बत्ता, सचिव पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास विभाग।