नगर निगम और एसपी कार्यालय खुले, प्रवेश की नहीं अनुमति
जागरण संवाददाता शिमला नगर निगम और एसपी कार्यालय सोमवार को खुल गए। नगर निगम के कार्यालय
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम और एसपी कार्यालय सोमवार को खुल गए। नगर निगम के कार्यालय में आम लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। केवल जरूरी कार्यो के लिए आए लोगों को कई औपचारिकताओं के बाद अंदर जाने दिया गया। कोरोना संक्रमित के नगर निगम कार्यालय में आने के बाद इसे बंद रखा गया था। सोमवार शहर के लोग निगम के कार्यालय पहुंचे। कुसुम्पटी से टैक्स का बिल जेनरेट करवाने के लिए आए राकेश वर्मा गेट से ही लौट गए। उन्होंने कहा कि कार्यालय खुला है लेकिन बिल जेनरेट नहीं हो रहे हैं। इसलिए लौटना पड़ रहा है।
चौड़ा मैदान से हरीश कुमार दस्तावेज जमा करवाने के लिए निगम कार्यालय आए थे। उन्हें भी बाहर से वापस भेज। एंट्री गेट पर ही उन्हें बिना किसी लेट फीस के दस्तावेज बाद में जमा करवाने की छूट दे की बात कह कर वापस भेज दिया। खलीणी से आई महिला टैक्स का बिल जेनरेट करवाने के लिए पहुंची थी लेकिन उन्हें भी लौटना पड़ा। निगम के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों को भी थर्मल स्क्रीनिग के बाद ही एंट्री दी जा रही थी। निगम के आला अधिकारी भी स्कैनिग करवाने के बाद ही कार्यालय में दाखिल हुए। इसके बाद निगम के हर कर्मचारी को जांच के बाद ही अंदर भेजा गया।
निगम की जनता से अपील, जरूरी हो तो ही कार्यालय आएं
नगर निगम के संयुक्त आयुक्त अजीत भारदाज ने शहर की जनता से अपील की है कि निगम के कार्यालय में तभी आएं यदि बहुत ही जरूरी काम हो। टैक्स के बिल जेनरेट करने का काम चला है, इसे बाद में भी करवाने से छूट मिलती रहेगी। संक्रमित व्यक्ति के आने के बाद लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए ये फैसला लिया है।
18 कर्मचारी काम पर लौटे दो अभी तक क्वारंटाइन
नगर निगम ने 20 कर्मचारियों को संक्रमित व्यक्ति के निगम कार्यालय में आने के बाद होम क्वारंटाइन किया था। इनमें से 18 सीधे तौर पर संपर्क में नहीं आए थे। दो कर्मचारी सीधे तौर पर संपर्क में आए थे। उन्हें क्वारंटाइन ही रखा है। इन सभी कर्मचारियों को टेस्ट करवाने की तैयारी है।