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चिट्टा चट कर रहा जिंदगी

हिमाचल के युवाओं को नई दिल्ली और पंजाब से नाइजीरियन गैंग चिट्टे की सप्लाई कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Jun 2019 06:59 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jun 2019 06:59 PM (IST)
चिट्टा चट कर रहा जिंदगी
चिट्टा चट कर रहा जिंदगी

यादवेन्द्र शर्मा, शिमला

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हिमाचल के युवाओं को नई दिल्ली और पंजाब से नाइजीरियन गैंग चिट्टे व मादक पदार्थो की तस्करी कर ड्रग सप्लायर बना रही है। स्कूलों व कॉलेज के कई लड़कों के साथ लड़कियां भी मादक पदार्थो की तस्करी व नशे का शिकार हैं। हिमाचल पहले चरस की सप्लाई के लिए बदनाम था। लेकिन अब प्रदेश के कई युवा चिट्टे की गिरफ्त में हैं।

हिमाचल में चरस व अफीम के अलावा चिट्टे जैसी सिंथेटिक ड्रग्स का चलन बढ़ गया है। प्रदेश में हर साल चिट्टे व अन्य नशीले पदार्थो के कारण करीब 24 लोगों की मौत होती है। अफ्रीकी महाद्वीप के कई देश, इजराइल, इग्लैंड, फ्रांस, नेपाल जैसे कई देशों के तस्कर हिमाचल में सक्रिय हैं। इस अवैध कारोबार को स्थानीय युवकों की मदद से चलाया जा रहा है। नशीले पदार्थो की सप्लाई करने के लिए अलग-अलग कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोड वर्ड का पुलिस को पता चलते ही उसे बदल दिया जाता है। नशीले पदार्थो की सप्लाई के लिए फोन पर कोड वर्ड में बात होती है। पुलिस ने चिट्टे को म्याऊं-म्याऊं कोड वर्ड से पकड़ा है। हिमाचल में मादक पदार्थो के साथ पकड़े आरोपित व बरामद चरस

वर्ष,भारतीय,विदेशी,चरस

2013,592,91,316

2014,740,15,356

2015,723,06,283

2016,1079,06,377

2017,1205,16,306

2018,1722,10,470

2019,710,02,134

(2019 के आंकड़े मई तक, मादक पदार्थ किलोग्राम में) हिमाचल में बरामद मादक पदार्थ

वर्ष,कैप्सूल,टेबलेट,इंजेक्शन,सिरप

2013,110339,33605,2049,14086

2014,42615,24540,0,3284

2015,88041,1883352,20,3274

2016,86047,67595,471,1671

2017,1081148,133288,53,1765

2018,7566,38988,1097,1022 इस साल मई तक दर्ज मामले व बरामद मादक पदार्थ

मामले, 537

गिफ्तारी,712

अफीम,06 किलो

हेरोइन,3.16 किलो

कैप्सूल,49,570 पार्सल से भी विदेश पहुंची चरस

हिमाचल में चरस की सप्लाई का परंपरागत रूट मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग है। कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें मलाणा क्रीम के नाम से प्रसिद्ध चरस को पोस्ट ऑफिस से पार्सल के माध्यम से विदेश तक पहुंचाया गया है। सिंथेटिक ड्रग्स पंजाब से सबसे ज्यादा ऊना, पठानकोट से कागड़ा और नई दिल्ली से सोलन व शिमला पहुंचती है। 30 फीसद मुख्य सप्लायर पकड़े

नशीले पदार्थो का अवैध कारोबार रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। नशीले पदार्थो की तस्करी के कुल मामलों में 30 फीसद मुख्य सप्लायरों को पकड़ा जा चुका है। नई दिल्ली व पंजाब से चिट्टे की आपूर्ति हो रही है और नाइजीरियन गैंग के आरोपितों को पकड़ा गया है। युवतिया व महिलाएं भी ड्रग्ज सप्लाई कर रही हैं।

-एसआर मरडी, पुलिस महानिदेशक

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