चिट्टा चट कर रहा जिंदगी
हिमाचल के युवाओं को नई दिल्ली और पंजाब से नाइजीरियन गैंग चिट्टे की सप्लाई कर रही है।
यादवेन्द्र शर्मा, शिमला
हिमाचल के युवाओं को नई दिल्ली और पंजाब से नाइजीरियन गैंग चिट्टे व मादक पदार्थो की तस्करी कर ड्रग सप्लायर बना रही है। स्कूलों व कॉलेज के कई लड़कों के साथ लड़कियां भी मादक पदार्थो की तस्करी व नशे का शिकार हैं। हिमाचल पहले चरस की सप्लाई के लिए बदनाम था। लेकिन अब प्रदेश के कई युवा चिट्टे की गिरफ्त में हैं।
हिमाचल में चरस व अफीम के अलावा चिट्टे जैसी सिंथेटिक ड्रग्स का चलन बढ़ गया है। प्रदेश में हर साल चिट्टे व अन्य नशीले पदार्थो के कारण करीब 24 लोगों की मौत होती है। अफ्रीकी महाद्वीप के कई देश, इजराइल, इग्लैंड, फ्रांस, नेपाल जैसे कई देशों के तस्कर हिमाचल में सक्रिय हैं। इस अवैध कारोबार को स्थानीय युवकों की मदद से चलाया जा रहा है। नशीले पदार्थो की सप्लाई करने के लिए अलग-अलग कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोड वर्ड का पुलिस को पता चलते ही उसे बदल दिया जाता है। नशीले पदार्थो की सप्लाई के लिए फोन पर कोड वर्ड में बात होती है। पुलिस ने चिट्टे को म्याऊं-म्याऊं कोड वर्ड से पकड़ा है। हिमाचल में मादक पदार्थो के साथ पकड़े आरोपित व बरामद चरस
वर्ष,भारतीय,विदेशी,चरस
2013,592,91,316
2014,740,15,356
2015,723,06,283
2016,1079,06,377
2017,1205,16,306
2018,1722,10,470
2019,710,02,134
(2019 के आंकड़े मई तक, मादक पदार्थ किलोग्राम में) हिमाचल में बरामद मादक पदार्थ
वर्ष,कैप्सूल,टेबलेट,इंजेक्शन,सिरप
2013,110339,33605,2049,14086
2014,42615,24540,0,3284
2015,88041,1883352,20,3274
2016,86047,67595,471,1671
2017,1081148,133288,53,1765
2018,7566,38988,1097,1022 इस साल मई तक दर्ज मामले व बरामद मादक पदार्थ
मामले, 537
गिफ्तारी,712
अफीम,06 किलो
हेरोइन,3.16 किलो
कैप्सूल,49,570 पार्सल से भी विदेश पहुंची चरस
हिमाचल में चरस की सप्लाई का परंपरागत रूट मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग है। कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें मलाणा क्रीम के नाम से प्रसिद्ध चरस को पोस्ट ऑफिस से पार्सल के माध्यम से विदेश तक पहुंचाया गया है। सिंथेटिक ड्रग्स पंजाब से सबसे ज्यादा ऊना, पठानकोट से कागड़ा और नई दिल्ली से सोलन व शिमला पहुंचती है। 30 फीसद मुख्य सप्लायर पकड़े
नशीले पदार्थो का अवैध कारोबार रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। नशीले पदार्थो की तस्करी के कुल मामलों में 30 फीसद मुख्य सप्लायरों को पकड़ा जा चुका है। नई दिल्ली व पंजाब से चिट्टे की आपूर्ति हो रही है और नाइजीरियन गैंग के आरोपितों को पकड़ा गया है। युवतिया व महिलाएं भी ड्रग्ज सप्लाई कर रही हैं।
-एसआर मरडी, पुलिस महानिदेशक
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप