मीरा बोलीं, अंतर्रात्मा को सुन कर करेंगे मतदान तो जीत मेरी
राष्ट्रपति चुनाव में अंकगणित यूपीए के पक्ष में नहीं दिख रहा है मगर आत्मा की आवाज से बड़ा कुछ नहीं है जिसके आगे सारे अंकगणित ध्वस्त हो जाते हैं।
शिमला, राज्य ब्यूरो। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार ने कहा कि सभी नेता राजनीति से ऊपर उठकर अंतर्रात्मा की आवाज सुनें तो निश्चित तौर पर उनकी जीत होगी। राष्ट्रपति का चुनाव राजनीतिक मामला नहीं है। यह बहुत पहले नीलम संजीवा रेड्डी व वीवी गिरि के बीच हुए चुनाव में साबित हो चुका है।
मीरा कुमार ने शिमला के पीटरहॉफ में पत्रकारों से कहा कि कई साल पहले वीवी गिरि व नीलम संजीवा रेड्डी के बीच हुए राष्ट्रपति चुनाव में नेताओं ने अंतर्रात्मा की आवाज पर वोट दिया था। नतीजा यह रहा कि वीवी गिरि राष्ट्रपति चुने गए थे। उस समय राष्ट्रपति चुनाव का संचालन उनके पिता जगजीवन राम ने किया था। इसलिए सभी सांसदों व विधायकों को अंदर की आवाज के आधार पर मतदान करना चाहिए। उन्होंने माना कि राष्ट्रपति चुनाव में अंकगणित यूपीए के पक्ष में नहीं दिख रहा है मगर आत्मा की आवाज से बड़ा कुछ नहीं है जिसके आगे सारे अंकगणित ध्वस्त हो जाते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए 17 पार्टियों ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है जिसके लिए वह यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की आभारी हैं। बकौल मीरा, इस बार चुनाव दो व्यक्तियों के बीच नहीं, बल्कि दो विचारधाराओं के बीच हो रहा है लिहाजा, अद्भुत है। देश में लोगों का बराबरी का अधिकार खत्म हो रहा है। उत्पीडऩ की घटनाएं बढ़ रही हैं और वर्तमान शासन द्वारा देश में ऐसी घटनाओं को बढ़ाया व फैलाया जा रहा है। इस तरह की विचारधारा के खिलाफ मजबूती से खड़े होने की जरूरत है।
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