पर्यावरण संरक्षण के लिए दौड़ाई साइकिल
पर्यावरण सहेजने की दिशा में हीरो एमटीबी रैली (साइकिल रैली) को शिमला के एतिहासिक रिज मैदान से हिमाचल प्रदेश सरकार के एसीएस राम सुभग सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जागरण संवाददाता, शिमला : पर्यावरण सहेजने की दिशा में हीरो एमटीबी साइकिल रैली को शिमला के एतिहासिक रिज मैदान से अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तीन दिवसीय रैली में छह देशों के 105 राइडर हिस्सा ले रहे हैं। इनमें भारतीय नौ सेना, सेना व सीमा सुरक्षा बल के जवान भी शामिल हैं।
रैली के पहले दिन प्रतिभागी रिज मैदान से सीटीओ, चौड़ा मैदान, एवालाज, एडवांस स्टडी, अंबेडकर चौक से वापस रिज पर पहुंचे। इसके बाद रिज से नवबहार, संजौली, ढली, मशोबरा होते हुए डाक बंगला पहुंचे। रैली के दूसरे दिन शनिवार को प्रतिभागी डाक बंगला से पुरानी कोटी, मशोबरा, क्यार कोटी, धगोगी, तलाई, सिपुर से क्रैगनैनों जाएंगे जहां रैली का समापन होगा। पुरस्कार वितरण समारोह रिज मैदान पर 21 अप्रैल को होगा। इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा लोगों को मतदान के प्रति भी जागरूक किया जाएगा। प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण
हिमाचल के पहाड़ों पर पिछले सात साल से पैरों के जोर से चलने वाले पैडल पर पर्यावरण संरक्षण के लिए रेस हो रही है। हीरो एमटीबी साइकिल रैली का आयोजन हिमालयन एडवेंचर स्पोर्ट्स एंड टूरिज्म प्रमोशन एसोसिएशन (हस्तपा), पर्यटन विभाग व हीरो साइकिल के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।
साइकिल रैली में नौ विदेशी प्रतिभागी हिस्सा हैं। भारत, नेपाल, जापान, जर्मनी, कोलंबिया व न्यूजीलैंड के राइडर देशभर में साइकिल व साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दे रहे हैं। इस साल रैली का विषय प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण है। शिमला के पर्यावरण व इससे जुड़ी समस्याओं, शहर को साफ सुथरा रखने, अपशिष्ट पदार्थ को किस तरह इस्तेमाल किया जाए और प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने का संदेश राइडर दे रहे हैं। प्लास्टिक बोतल का इस्तेमाल नहीं
प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण का संदेश देने के लिए इस बार रैली के दौरान राइडर पानी की प्लास्टिक बोतल का इस्तेमाल नहीं करेंगे। राइडरों के लिए आर ओ फिल्टर के पानी का इंतजाम किया गया है। मोहित सूद ने सहेजा पर्यावरण
हिमाचल में साइकिल रैली करवाने का श्रेय शिमला के युवा मोहित सूद को है। मोहित की पढ़ाई सेंट एडवर्ड स्कूल शिमला से हुई। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए (अर्थशास्त्र आनर्स) की डिग्री हासिल की। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से एमबीए करने के बाद उन्होंने कारोबार शुरू किया। वह हिमालयन कार रैली व रेड डी हिमालयन कार रैलियों में काम करते थे। उस दौरान उन्हें साइकिल रैली शुरू करने का विचार आया जिससे पर्यावरण सुरक्षित रहने के साथ साहसिक पर्यटन को विकसित किया जा सकता था। वर्ष 2004 में मोहित ने हस्तपा का गठन किया। साइकिल रैली से पर्यावरण सहेजा जा रहा है। अन्य रैलियों में डीजल व पेट्रोल वाहनों से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। 63 वर्षीय विजय मित्र ने भी चलाई साइकिल
साइकिल रैली में सबसे कम उम्र के प्रतिभागी कुल्लू से 14 वर्षीय हुकुम सिंह हैं। सबसे अधिक उम्र के प्रतिभागी लुधियाना से 63 वर्षीय विजय मित्र हैं। रैली के आठवें संस्करण में शुक्रवार को प्रतिभागियों ने 25 किलोमीटर साइकिल चलाई जो गैरप्रतिस्पर्धी दौड़ थी। मुख्य दौड़ शनिवार को डाक बंगला से शुरू होगी।