लिगप्पा नारायणस्वामी ने ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की शपथ
न्यायमूर्ति लिगप्पा नारायण स्वामी ने रविवार को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राजभवन में आयोजित गरिमापूर्ण समारोह में शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी उपस्थित रहे। समारोह राजभवन के दरबार हॉल में हुआ
राज्य ब्यूरो, शिमला : न्यायमूर्ति लिगप्पा नारायण स्वामी ने रविवार को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शिमला स्थित राजभवन में आयोजित समारोह में शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी उपस्थित रहे। मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने शपथ समारोह की कार्यवाही का संचालन किया। महाधिवक्ता अशोक शर्मा, डीजीपी एसआर मरडी सहित विभिन्न बोर्डों और निगमों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष भी इस दौरान उपस्थित रहे। लिगप्पा का जीवन परिचय
न्यायमूर्ति लिगप्पा नारायणस्वामी का जन्म पहली जुलाई, 1959 को हुआ। उन्होंने 19 वर्ष तक उच्च न्यायालय कर्नाटक, कर्नाटक प्रशासनिक ट्रिब्यूनल और सेंट्रल ट्रिब्यूनल, बेंगलूर में सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, सेवा और श्रम मामलों में प्रेक्टिस की। 1995 से 1999 तक उच्च न्यायालय में सरकारी वकील के रूप में काम किया। चार जुलाई, 2007 को कर्नाटक हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त मिली और 17 अप्रैल, 2009 को स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया। समारोह में जयराम पहुंचे, मंत्री व विपक्ष नदारद
शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहुंचे, लेकिन मंत्री व नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री नदारद रहे। दोनों दलों के विधायक भी नहीं पहुंचे। बाद में समारोह में पहली दो पंक्तियों में प्रदेश सरकार के मंत्रियों व विधायकों के लिए नामित कुर्सियों पर अधिकारियों को बैठाया गया।