बारिश व भूस्खलन से सड़कें बाधित, 20 जुलाई तक तक भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने आगामी 20 जुलाई तक कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश होने की भी विभाग ने चेतावनी जारी की है।
शिमला, जेएनएन। प्रदेश में मौसम के कड़े तेवर सोमवार को भी जारी रहे। प्रदेशभर में बारिश व भूस्खलन सड़कें बाधित रहीं और वाहनों के पहिये थमे रहे। लगातार बारिश के कारण पटरी से उतरा जनजीवन सामान्य नहीं हो पाया है। बारिश को खरीफ की फसलों के लिए बेहतर माना जा रहा है। शिमला जिले के ऊपरी क्षेत्रों में बारिश के कारण सेब के तुड़ान पर असर पड़ा है। भूस्खलन ने भी बागवानों की दिक्कतें बढ़ाई हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन तक बारिश से राहत मिलने की संभावना नहीं है।
इस दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने आगामी 20 जुलाई तक कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश होने की भी विभाग ने चेतावनी जारी की है। मंगलवार से फिर से पश्चिमी हवाएं सक्रिय हो रही है, जिसके प्रभाव से भारी बारिश होने की संभावना है। बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं आया है। सोमवार को प्रदेश में ऊना में अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री व न्यूनतम कुफरी में 12.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां कितना नुकसान
-मनाली के रांगड़ी में भूस्खलन से छह घंटे बंद रहा मार्ग
-बागीपुल व जाओं के बीच मार्ग अवरुद्ध होने से श्रीखंड यात्रा प्रभावित
-मंडी में बारिश से ब्यास नदी व खड्डें उफान पर
- पंडोह बांध में 25000 क्यूसिक पानी की आवक
- धर्मपुर में कई मार्ग बाधित, बस सेवा प्रभावित
- मैहतपुर-नंगल सड़क पर पेड़ गिरने से यातायात बाधित
-दुलैहड़ में हुम खड्ड में कार चालक फंस गया, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया।
-कांगड़ा के बैजनाथ-अवैरी सड़क पर बने पुल का आधार पानी के बहाव के कारण बह गया।
-पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर गगल के पास सड़क पर पेड़ गिरने से यातायात बाधित रहा
- धर्मशाला में सड़क पर पेड़ गिर जाने से सड़क बाधित
’ मंडी जिले में कई स्थानों पर भूस्खलन से बढ़ी लोगों की दिक्कतें
’ बिलासपुर में सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ा
’ पंचरुखी की लदोह पंचायत में स्लेटपोश मकान ध्वस्त