हिमाचल निर्माता की प्रतिमा की अनदेखी, उखड़ने लगा पत्थर
हिमाचल निर्माता डा. यशवंत सिंह परमार की रिज मैदान पर स्थापित प्रतिमा की प्रशासन अनदेखी कर रहा है।
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल निर्माता डा. यशवंत सिंह परमार की रिज मैदान पर स्थापित प्रतिमा की प्रशासन अनदेखी कर रहा है। दौलत सिंह पार्क में स्थापित इस प्रतिमा के बाहर लगा ग्रेनाइट (पत्थर) उखड़ने लगा है। इसमें दरारें आ गई हैं। हालांकि ये दरारें केवल ग्रेनाइट में आई हैं जो प्रतिमा के बाहर लगा हुआ है। प्रतिमा के वास्तविक स्वरूप को कुछ नहीं हुआ है। कुछ साल पहले भी इसी तरह की दरार इसमें आई थी, उस वक्त भी सीमेंट से इसे भरकर खानापूर्ति की गई थी।
हैरानी की बात है कि नगर निगम को इस बात का पता ही नहीं है। जबकि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शिमला दौरे के दौरान इस पार्क में एक बड़ी स्क्रीन लगाई गई थी। यह स्क्रीन मूर्ति के बिल्कुल सामने ही लगी थी। उस दौरान कई आला अधिकारियों ने इसका निरीक्षण भी किया था। उस वक्त न तो नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की इस पर नजर पड़ी न ही किसी नेता की। या फिर इसे अनदेखा किया गया है। स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे करोड़ों के काम
शिमला स्मार्ट सिटी के तहत शहर में करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट के काम चल रहे हैं। इस पार्क की मरम्मत भी करवाई गई है। रिज मैदान पर ही स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा का ग्रेनाइट भी बदला गया था, लेकिन निगम को हिमाचल निर्माता की प्रतिमा के बाहर लगे ग्रेनाइट को बदलने की उस वक्त भी याद नहीं आई। डा. परमार के प्रयास से हिमाचल बना है अलग राज्य
डा. परमार के प्रयास के बाद 15 अप्रैल 1948 को 30 रियासतों के विलय के बाद हिमाचल प्रदेश अलग राज्य बना। 1952 से 1956 तक पहली बार डा. यशवंत सिंह परमार मुख्यमंत्री बने। उसके बाद वह सांसद भी चुने गए। तत्पश्चात 1963 से 1977 तक डा. यशवंत सिंह परमार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। उनकी जयंती पर हर साल प्रशासन द्वारा यहां पर कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है।
डा. वाईएस परमार की दौलत सिंह पार्क में लगी प्रतिमा के बाहर जो ग्रेनाइट लगा है उसमें यह दरार आई है। एक्सईएन को कहा है कि वह खुद मौके पर जाकर इसे देखें। सोमवार को ही इसे ठीक करवा दिया जाएगा।
- बीआर शर्मा, सहायक आयुक्त, नगर निगम शिमला।