रेजिडेंट डॉक्टरों ने दी हड़ताल की चेतावनी
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल आईजीएमसी के प्रधानाचार्य डा. रवि शर्मा से मिला।
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान आइजीएमसी में रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल प्रिंसिपल डॉ. रवि शर्मा से मिला। एसोसिएशन ने प्रधानाचार्य को अवगत करवाया कि 10 दिन बीत जाने के बाद भी रेजिडेंट डॉक्टरों को स्टाइपेंड नहीं मिला है। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द स्टाइपेंड नहीं दिया गया तो रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे। ऐसे में आइजीएमसी में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा सकती हैं, क्योंकि पहले ही आधे डॉक्टर छुट्टी पर हैं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय जरयाल ने कहा कि 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन रेजिडेंट डॉक्टरो को अभी तक स्टाइपेंड नहीं मिला है। 300 रेजिडेंट डॉक्टरों में से 200 डॉक्टरों को हॉस्टल की सुविधा भी उपलब्ध नहीं करवाई गई है। ऐसे में रेजिडेंट डाक्टरों को किराये के कमरों में रहना पड़ रहा है और ऐसे में स्टाइपेंड न मिलने के कारण मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। हालांकि एमसीआइ के नियमों के अनुसार कैंपस में ही रेजिडेंट डॉक्टरों को हॉस्टल की सुविधा देना अनिवार्य है। कई बार इन मुद्दों को लेकर आवाज उठाई गई, लेकिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। उन्होंने आईजीएमसी प्रशासन को चेतावनी दी है कि रेजिडेंट डॉक्टरों को जल्द स्टाइपेंड दिया जाए और हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए अन्यथा डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे। प्रिंसिपल ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही डॉक्टरों का स्टाइपेंड जारी कर दिया जाएगा।