पहले ही दिन हांफ गई इलेक्ट्रिक बस सेवा
राजधानी शिमला में पर्यावरण को चलाने के लिए चलाई गई इलेक्ट्रिक बस सेवा पहले ही दिन हांफ गई।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में इलेक्ट्रिक बस सेवा पहले ही दिन हांफ गई। सुबह साढ़े नौ बजे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और दोपहर बाद बस ढली में खड़ी हो गई। दरअसल बस दोबारा चार्ज नहीं हो पाई। ढली में चार्जिग स्टेशन निगम ने पूरी तरह तैयार नहीं किया है, जिससे बस को खड़ा करना पड़ा। बिना तैयारी के ही निगम ने बस को लोकार्पण कर दिया। ढली में स्थापित किए गए चार्जिग स्टेशन में बारिश का पानी जमा हो गया था, जिस कारण बस चार्ज नहीं हो पाई। लोग पहले दिन चली इलेक्ट्रिक बस को ढूंढते ही रह गए, लेकिन बस नहीं आई।
हिमाचल पथ परिवहन निगम लोकार्पण के लिए तैयार नहीं था, बिना तैयारी के ही इलेक्ट्रिक बस का लोकार्पण करवा दिया। अभी तक चार्जिग स्टेशन की सही व्यवस्था नहीं की गई है। चार्जिग स्टेशन की अर्थिग में बारिश का पानी जमा हो गया।
--------
एक बस की नहीं व्यवस्था, 50 होती तो क्या होता हाल
शहर में 50 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जानी हैं, लेकिन पहले ही दिन व्यवस्था की पोल खुलकर रह गई है। एक बस की चार्जिग के लिए भी परिवहन निगम की व्यवस्था चरमरा गई। यदि एक साथ 50 बसें चल जाती तो क्या हाल होता इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। हालांकि शहर में चलने वाली इलेक्ट्रिक टैक्सियों को चार्ज करने के लिए पुराना बस अड्डा, सीटीओ व ढली में व्यवस्था की गई है, लेकिन बस को चार्ज करने के लिए मात्र अभी एक ही स्थान पर व्यवस्था की गई थी और वह भी अधूरी ही रह गई।
---------
चार्जिग स्टेशन की अर्थिग में बारिश का पानी जमा होने के कारण कुछ तकनीकी खराबी आ गई और बस चार्ज नहीं हो पाई। दोपहर तक इलेक्ट्रिक बस चली है, लोगों ने इसका भरपूर फायदा भी उठाया है।
-देवासेन नेगी, आरएम शिमला लोकल।