निजी स्कूलों के लिए एचआरटीसी बसों के किराये में वृद्धि पर रोक
एचआरटीसी द्वारा निजी स्कूलों के लिए लगाई गई बसों के किराये में वृद्धि पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) द्वारा निजी स्कूलों के लिए लगाई गई बसों के किराये में वृद्धि पर मंत्रिमंडल की अगली बैठक तक रोक लगा दी गई है। विधानसभा में माकपा नेता राकेश
सिंघा द्वारा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान परिवहन मंत्री के जवाब के बाद हस्तक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री जयराम
ठाकुर ने यह आदेश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डीजल के दाम में वृद्धि होने के साथ बसों की मरम्मत का खर्च बढ़ा है। किराये में वृद्धि राजनीतिक लाभ का विषय नहीं है। यह आम लोगों से जुड़ा मामला है जिस पर मंत्रिमंडल की अगली बैठक में चर्चा होगी। परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने जवाब देते हुए कहा कि एचआरटीसी को 80 करोड़ रुपये का कर्ज चुकता करना है जो पूर्व सरकार के समय लिया गया था। बसों की खरीद के लिए 255 करोड़ रुपये का कर्ज लिया गया था। बीते वर्ष की अपेक्षा निगम के राजस्व में 32 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। वर्ष 2010 में स्कूल बसों का किराया 1.10 रुपये प्रति किलोमीटर लिया जाता था। उस समय डीजल 38 रुपये लीटर था जो अब 67 रुपये लीटर हो गया है।
वर्ष 2010 से अब तक चालकों व परिचालकों के वेतन व भत्ते में 118 फीसद की बढ़ोतरी की गई है। बस अड्डों और चालकों व परिचालकों के रहने के स्थानों की हालत अच्छी नहीं है। बेहतर सुविधा के लिए कुछ तो करना होगा।
राजनीति से बढ़कर प्रदेश और बेहतर सेवाओं का सोचना होगा। अन्य राज्यों की अपेक्षा प्रदेश में बसों का किराया कम लिया जा रहा है। प्रदेश में केवल शिमला ही है जहां पर निजी स्कूलों के लिए एचआरटीसी की 67 बसें प्रदान की गई हैं।
नहीं तो आंदोलन के लिए तैयार
माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि लोगों को विधानसभा के अंतिम दिन से बहुत आशा है नहीं तो वह आंदोलन के लिए तैयार हैं। स्कूली बच्चों के लिए किराया 600 रुपये से 1500 रुपये प्रति माह कर दिया गया है। महिलाओं को छूट होने के बाद छात्राओं को कोई छूट नहीं दी गई है।