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हिमाचल को फल राज्य बनाने का कार्य करेगी HPSHIVA, परियोजना में लगभग 60 लाख पौध रोपण का लक्ष्य

Himachal Pradesh एचपीशिवा परियोजना हिमाचल को सेब राज्य से फल राज्य बनाने का कार्य करेगी। पांच वर्ष में एशियन विकास बैंक 1092 करोड़ रुपये देगा। सात जिलों के 28 विकास खंडों के तहत 143 क्लस्टरों में 2000 हेक्टर क्षेत्रफल में 162 सिंचाई योजनाओं के माध्यम से 400 बागवानी क्लस्टरों में कार्य होगा।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaPublished: Sat, 10 Jun 2023 07:32 AM (IST)Updated: Sat, 10 Jun 2023 07:32 AM (IST)
हिमाचल को फल राज्य बनाने का कार्य करेगी HPSHIVA, परियोजना में लगभग 60 लाख पौध रोपण का लक्ष्य
हिमाचल को फल राज्य बनाने का कार्य करेगी HPSHIVA

राज्य ब्यूरो, शिमला: एचपीशिवा परियोजना हिमाचल को सेब राज्य से फल राज्य बनाने का कार्य करेगी। इस परियोजना के तहत पांच वर्षों के दौरान राज्य के उपोष्णकटिबंधीय जलवायु वाले क्षेत्रों के सात जिलों  बिलासपुर, हमीरपुर, कांगडा, मंडी, सोलन, सिरमौर तथा ऊना के 28 विकासखंडों में 162 सिंचाई योजनाओं के माध्यम से 400 बागवानी क्लस्टरों के 6000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा। 5 वर्ष में एशियन विकास बैंक देगा 1092 करोड़, राज्य सरकार 262 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

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परियोजना से रोजगार के नए अवसर मिलेंगे

परियोजना के लागू होने से राज्य के किसानों को बागवानी क्षेत्र में स्वरोजगार के साथ-साथ फलों के उत्पादन से राज्य की आर्थिकी में भी प्रगति होगी तथा रोजगार के नए अवसरों का सृजन भी होगा। बीज से बाजार तक की संकल्पना पर आधारित इस परियोजना में किसानों को क्लस्टर आधार पर वैज्ञानिक तथा व्यवसायिक कृषि के साथ-साथ फसल के बाद मूल्य वर्धन को बाजार से जोडा जाएगा।

दो चरणों में होगी परियोजना लागू

पहले चरण में चिन्हित किये गये सात जिलों के  257 क्लस्टरों के तहत 4000 हेक्टेयर में किसानों की निजी भूमि पर एक फसल एक क्लस्टर आधार पर में संतरा, अमरूद, अनार, लीची, आम, प्लम, पिकननट, जापानी फल, आदि अन्य उपोष्णकटिबंधीय फलों का रोपण किया जाएगा।

सात जिलों के 28 विकास खंडों के तहत 143 क्लस्टरों में 2000 हेक्टर क्षेत्रफल में 162 सिंचाई योजनाओं के माध्यम से 400 बागवानी क्लस्टरों में कार्य होगा। इस परियोजना से 15000 किसान-बागवान परिवारों को प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे।


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