बिजली बोर्ड में ठेके पर रखे 2800 कर्मचारियों की नौकरी पर संकट
हिमाचल बिजली बोर्ड ने ठेके पर सेवाएं देने वाले कर्मचारियों का कार्यकाल 30 नवंबर तक बढ़ाया ।
राज्य ब्यूरो, शिमला। प्रदेश बिजली बोर्ड में ठेके पर रखे गए 2800 कर्मचारियों की नौकरी पर संकट है, उन्हें घर भेजने की तैयारी की जा रही है। इनमें 250 कनिष्ठ अभियंता भी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। आउटसोर्स कर्मचारियों को नए सिरे से ठेके पर रखने के लिए बिजली बोर्ड के पास 13 निजी कंपनियों ने आवेदन किया है। इन दिनों बिजली बोर्ड प्रक्रिया अपना रहा है जिसके तहत जल्द ही नई कंपनियों को ठेके पर कर्मचारी रखने का जिम्मा सौंपा जाएगा।
बिजली बोर्ड ने ठेके पर सेवाएं प्रदान करने वाले इन कर्मचारियों का कार्यकाल 30 नवंबर तक बढ़ाया है। पहली दिसंबर से इनकी सेवाएं समाप्त हो जाएंगी। पुरानी कंपनियों से करार समाप्त होने के बाद नई कंपनियों को जिम्मा दिया जाएगा। हालांकि बिजली बोर्ड ने आवेदन की नई शतरें के तहत निर्धारित मापदंड के आधार पर ही कर्मी रखे जाएंगे। वर्तमान में आउटसोर्स के तहत सेवाएं देने वाले कई कर्मचारी तीन से चार साल का समय भी हो चुका है।
बिजली बोर्ड द्वारा ठेके पर रखे जाने वाले 2815 कर्मचारियों के लिए निविदाएं मांगी गई थी। जिनमें सेवाएं प्रदान कर रहे कर्मचारी व संख्या पदनाम संख्या जेई इलेक्ट्रिकल, 200 जेई सिविल, 50 लाइनमैन,300 जूनियर टी-मेट, 600 मीटर रीडर/ बिल डिस्ट्रीब्यूटर, 900 कंप्यूटर आपरेटर,75 डाटा एंट्री आपरेटर, 365 बहुउद्देशीय कर्मी,100 ड्राइवर,150 सुरक्षाकर्मी, 75 बिजली बोर्ड में ठेके पर कर्मचारियों को लगाने के लिए निविदाएं मांगी गई थी जिसके के लिए 13 कंपनियों ने आवेदन किए हैं। वर्तमान में सेवाएं प्रदान कर रहे कर्मचारियों व कंपनियों को 30 नवंबर तक का कार्यकाल बढ़ाया गया है।
-राम कुमार गौतम, कार्यकारी निदेशक राज्य बिजली बोर्ड