सुक्खू ने पांडेय पर किया पलटवार कहा कांग्रेस की चिंता छोड़ अपना कुनबा संभालें
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू ने भाजपा प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय पर निशाना साधा।
शिमला, राज्य ब्यूरो। भाजपा व कांग्रेस में लोकसभा चुनाव से पूर्व जुबानी जंग तेज हो गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू ने भाजपा प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय पर पलटवार कर कहा है कि वह कांग्रेस की चिंता छोड़ अपना कुनबा संभालें। भाजपा में जेपी नड्डा, प्रेम कुमार धूमल, शांता कुमार व आरएसएस के रूप में चार-चार मुख्यमंत्री हैं। ये चारों सरकार को चलने नहीं दे रहे और न ही ये जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री मानते हैं।
कांग्रेस एकजुट है और एकजुट रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी व्यक्ति विशेष की नहीं, हर आम आदमी की पार्टी है जिसका ध्येय जनसेवा है। भाजपा के पास जनता को गिनाने के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार की कोई उपलब्धियां नहीं हैं। प्रदेश की जनता को एक बार फिर छल-कपट का सहारा लेकर और कांग्रेस को वीरभद्र सिंह व सुक्खू में बांटने की कोशिश की जा रही है। मंगल पांडेय को चुनाव के समय ही हिमाचल की याद आती है। भाजपा की अंतर्कलह विधानसभा चुनाव में खुलकर सामने आ चुकी है।
भाजपा ने कैसे सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर व रविंद्र रवि को हराने के लिए साजिश रची, यह सब जानते हैं। भाजपा ने वरिष्ठ विधायक रमेश धवाला को ही किनारे कर दिया जिनके निर्दलीय विधायक होते भाजपा 1998 में सत्ता में आई थी। भाजपा के कई नेता कांग्रेस में आने के लिए आतुर सुक्खू ने कहा कि रमेश धवाला के अलावा भाजपा के कई विधायक व वरिष्ठ नेता भी सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं। भाजपा के भीतर का ज्वालामुखी किसी भी समय फटने वाला है। भाजपा के कई नेता कांग्रेस में आने के लिए आतुर हैं।
सांसदों से चार साल का हिसाब क्यों नहीं लेते पांडेय बकौल सुखविंदर सुक्खू, हिमाचल में मोदी सरकार में विकास थम गया है। भाजपा सांसद प्रदेश की आवाज उठा नहीं पाए हैं। मंगल पांडेय अपने सांसदों से चार साल का हिसाब क्यों नहीं लेते हैं?
सुक्खू बोले, इन मामलों में कहां थे पांडेय?
’ शिमला में जब पानी के लिए हाहाकार मचा, पूरे विश्व में शिमला की नाक कटी और पर्यटन को नुकसान पहुंचा।
’ कसौली हत्याकांड सरकार की सबसे बड़ी नाकामी थी। हत्याकांड के समय पांडेय कहां थे?
’ सरकार के छह महीने के कार्यकाल में 100 से अधिक अपराध हुए। 65 से अधिक दुष्कर्म व छेड़छाड़ के मामले और 35 से ज्यादा हत्याएं हुईं।