Move to Jagran APP

हर्षव‌र्द्धन, आशा व रामलाल प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में

रमेश सिंगटा, शिमला कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर फिलहाल कोई

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Oct 2018 06:13 PM (IST)Updated: Thu, 18 Oct 2018 06:13 PM (IST)
हर्षव‌र्द्धन, आशा व रामलाल प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में
हर्षव‌र्द्धन, आशा व रामलाल प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में

रमेश सिंगटा, शिमला

loksabha election banner

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर फिलहाल कोई खतरा नहीं है। काग्रेस सूत्रों के अनुसार कुलदीप राठौर का नाम राहुल गांधी के पास चर्चा में नहीं आ पाया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश अध्यक्ष बदलने के मसले पर संगठन महासचिव अशोक गहलोत को जिम्मा सौंपा है। गहलोत अभी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। इस कारण हिमाचल कांग्रेस के नए सरदार पर फैसला टल गया है। चुनाव के बाद इस पर फैसला हो सकता है। इसमें क्षेत्रीय संतुलन का भी ख्याल रखा जाएगा। इसके लिए कांग्रेसी दिग्गज अभी से जुगत भिड़ा रहे हैं।

सिरमौर के शिलाई क्षेत्र के विधायक हर्षव‌र्द्धन चौहान, चंबा के डलहौजी की विधायक आशा कुमारी, बिलासपुर के श्री नयनादेवी के विधायक रामलाल ठाकुर अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार हैं। ये तीनों राजपूत हैं। इनमें हर्षव‌र्द्धन के पक्ष में सबसे बड़ा फेक्टर यह है कि वह कई बार विधायक जीते हैं। उनके पिता स्वर्गीय ठाकुर गुमान सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, मंत्री रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेसी सियासत के सूरमा वीरभद्र सिंह उनके पक्ष में नहीं हैं। उनके सिपहसालार रामलाल ठाकुर हैं। अगर उन्हें अध्यक्ष बनाते हैं तो फिर एक ही लोकसभा क्षेत्र हमीरपुर को दो पद मिलेंगे। मुकेश को पहले ही नेता प्रतिपक्ष बनाया है। जबकि आशा कुमारी पंजाब मामलों की कांग्रेस प्रभारी है। उनकी आलाकमान में अच्छी पैठ है।

---------

एससी वर्ग में शांडिल आगे

एससी वर्ग से अध्यक्ष बना तो उस सूरत में सोलन के विधायक धनी राम शांडिल दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं। वह मंत्री, सांसद भी रहे हैं। वह कांग्रेस वर्किंग कमेटी में भी रहे हैं।

-----------

रणनीति के तहत की थी हां

हाल ही में अध्यक्ष पद के लिए शिमला जिले से ताल्लुक रखने वाले कुलदीप राठौर का नाम राज्य में अचानक चर्चाओं में आया। बताते हैं कि इसके पीछे आनंद शर्मा, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री की लॉबी काम कर रही थी। इसमें वीरभद्र सिंह ने सियासी रणनीति के तहत ही हां मिलाई थी। वह सुक्खू को हटाना चाहते हैं। इस कारण ऐसा किया। लेकिन कुलदीप भी उनकी पसंद नहीं माने जाते हैं। हां, कुलदीप राठौर की आनंद शर्मा के साथ काफी नजदीकियां हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.