मिल्कफेड ने बाजार में उतारा हिम हल्दी दूध
राज्य ब्यूरो शिमला रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मिल्कफेड ने हल्दी दूध बाजार में उतार
राज्य ब्यूरो, शिमला : रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मिल्कफेड ने हल्दी दूध बाजार में उतारा है। इस दूध में हल्दी की कड़वाहट नहीं होगी। 25 रुपये में दो सौ ग्राम दूध की बोतल वीरवार से मिल्कफेड व सामान्य दुकानों में मिलेगी। शिमला स्थित ओकओवर से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को मिल्कफेड के 'हिम हल्दी दूध' का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम के तहत मंडी, शिमला और कुल्लू जिले के दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन राशि भी वितरित कर उनसे बातचीत भी की। हिम हल्दी दूध पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने विकसित किया है।
राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम के तहत मिल्कफेड ने 835 दूध उत्पादकों के बैंक खातों में कुल 16.70 लाख रुपये हस्तांतरित किए। प्रत्येक दुग्ध उत्पादक के बैंक खाते में 2000 रुपये हस्तांतरित किए गए हैं। उन्होंने 1000 लीटर दूध बाजार तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक उत्पादक को पांच लीटर स्टेनलेस स्टील की बाल्टियां प्रदान की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में मिल्कफेड द्वारा 11 दुग्ध प्लाटों का प्रबंधन किया जा रहा है और 1011 दूग्ध सहकारी सभाएं मिल्कफेड से जुड़ी हुई हैं।
मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा ने कहा कि 25 रुपये में दूध सभी तरह की दुकानों में उपलब्ध होगा। 200 ग्राम की बोतल में केसर कुल्फी का स्वाद रहेगा।