संजौली हेलीपोर्ट से जल्द उड़ेंगे हेलीकॉप्टर
हिमाचल प्रदेश का पहला हेलीपोर्ट शिमला के संजौली बाईपास पर बन रहा है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश का पहला हेलीपोर्ट शिमला के संजौली बाईपास पर बन रहा है। सरकार ने निर्माण से जुड़ी कंपनी को हेलीपोर्ट यथाशीघ्र बनाकर देने को कहा है। कंपनी ने हेलीपोर्ट का 40 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया है। कंपनी जनवरी में हेलीपोर्ट बनाकर देने का वादा कर चुकी है। हेलीपोर्ट बनने पर सरकार को अपने हेलीकॉप्टर उतारने व उड़ाने के लिए सेना के हेलीपैड की आवश्यकता नहीं रहेगी।
शिमला में हेलीपोर्ट बनने से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। प्रदेश पर्यटन विभाग के हिमालय सर्किट की एकीकृत विकास योजना के तहत हेलीपोर्ट का निर्माण हो रहा है। निर्माणाधीन हेलीपोर्ट उत्तर भारत में मॉडल होगा जहां चार हेलीकॉप्टर एक साथ खड़े हो सकेंगे। हेलीपोर्ट टेबल टॉप होगा। इसे विस्तार देने के लिए आरसीसी का ढांचा तैयार किया जा रहा है। हेलीपोर्ट तीन मंजिला भूमिगत रहेगा। अभी निर्माण स्थल में दीवारों का निर्माण हो चुका है। इसमें आधुनिक सुविधाएं होंगी और कैफेटेरिया, प्रतीक्षा कक्ष, पार्किंग व स्वागत कक्ष बन रहे हैं। हेलीपोर्ट में 50-50 मीटर की लैंडिंग साइट निर्मित हो रही है। इसका धरातल कंकरीट का होगा। किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए एंबुलेंस होगी। रिज मैदान से चार किलोमीटर दूर हेलीपोर्ट
हेलीपोर्ट ऐसे स्थान पर बन रहा है जहां से शिमला की मशहूर सैरगाह मशोबरा, नालदेहरा, जाखू मंदिर व कुफरी को निहारा जा सकता है। हेलीपोर्ट रिज मैदान से चार किलोमीटर व सचिवालय से आठ किलोमीटर दूर है। हेलीपोर्ट बनने पर बढ़ेंगी साहसिक पर्यटन गतिविधियां
हम चाहते हैं कि कंपनी हमें हेलीपोर्ट जल्द बनाकर सौंप दे ताकि यहां से हेली टैक्सी सेवा शुरू की जा सके। हेलीपोर्ट बनने से प्रदेश में पर्यटन खासकर साहसिक पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी।
-राम सुभग सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यटन)