सात अगस्त तक पूरे प्रदेश में बरसेंगे बदरा, भारी बारिश की है चेतावनी Shimla News
हिमाचल में बारिश के कारण यातायात पूरी तरह बाधित है 30 घंटे में यहां 230.4 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार और सोमवार को भारी बारिश होगी।
शिमला, राज्य ब्यूरो। बारिश ने शुक्रवार को प्रदेश में सड़क, रेल व हवाई यातायात बाधित कर दिया। लोक निर्माण विभाग के अनुसार प्रदेश में 186 सड़कें बंद हैं। पठानकोट से जोगेंद्रनगर और कालका से शिमला रेलमार्ग पर ल्हासे गिरने से यातायात बाधित रहा। बारिश के कारण 13 मकानों और इतनी ही गोशालाओं को नुकसान पहुंचा है।
कुल्लू जिला में आनी-बंजार-सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग कागशा के पास मलबा गिरने से बाधित हो गया है। बंजार उपमंडल में भी आठ सड़कें बंद हैं। मंडी जिला में घटासनी-बरोट मार्ग पर चार घंटे बंद रहा। धर्मपुर के कमलाहु गांव में ल्हासा गिरने से मलबा मकानों में घुस गया। सुंदरनगर में शीशमहल के पास पेड़ गिरने से एक कार क्षतिग्रस्त हो गई। घटासनी-बरोट राजमार्ग चौथे दिन भी लगभग चार घंटे बंद रहा। बारिश के कारण जिला कांगड़ा में हवाई व रेल सेवाएं भी बाधित हो रही हैं।
गगल स्थित हवाई अड्डे पर एयर इंडिया का विमान सुबह साढ़े आठ बजे खराब मौसम की वजह से नहीं आया। शेष उड़ानें जारी रहीं। खराब मौसम में भुंतर हवाई अड्डे पर एक भी विमान नहीं आया। 10 दिन में मौसम खराब होने से पांच से अधिक बार उड़ानें रद हो चुकी हैं। भुंतर एयरपोर्ट आथॉरिटी के कार्यकारी निदेशक जितेंद्र कुमार ने शुक्रवार को उड़ानें रद होने की पुष्टि की है।
पठानकोट-बैजनाथ रेलमार्ग पर कोपरलाहड़ के पास रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन से यातायात बाधित है। कालका-शिमला रेलमार्ग मलबा गिरने से ढाई घंटे बंद रहा। धर्मपुर-सनवारा के बीच ट्रैक पर मलबा आ गया। इसके
बाद ट्रेनों को नजदीकी स्टेशनों पर ही रोक दिया। वहीं जाबली में सड़क का डंगा गिरने से स्कूल भवन को खतरा पैदा हो गया है। बिलासपुर जिले में पांच पशुशालाएं व एक मकान ध्वस्त हुआ। नादौन की मान खड्ड का जलस्तर बढ़ने से एक व्यक्ति करीब सात घंटे तक फंसा रहा। मनाली-लेह मार्ग के बारालाचा दर्रे सहित शिंकुला दर्रे, लेडी ऑफ केलंग, सहित 15 हजार फीट से ऊंचे पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली।
ऊना में एसपी, डीसी ऑफिस समेत कई जगह भरा पानी
ऊना जिले में मूसलधार बारिश से डीसी ऑफिस परिसर, एसपी, एएसपी, डीएसपी कार्यालय, बार रूम, न्यायालय परिसर, मुख्यालय के सभी वार्डों में पानी भर गया और लाखों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा। मिनी सचिवालय सहित ऊना-संतोषगढ़ मार्ग तालाब बन गया। अम्ब में कई घरों में पानी घुस गया। ऊना मार्ग पर एलआइसी कार्यालय के पास करीब छह घरों में दो-दो फुट तक पानी घुस गया। स्वां नदी ने मजदूरों की झुग्गियां ढहा दीं। घालूवाल में रैंप पार करते एक बाइक बह गई। अपर बढेड़ा में बिजली के 10 खंभे गिर गए। एक स्टोर बह गया, जिसमें रखा सारा सामान पानी की भेंट चढ़ गया। लगभग 30 घंटे में 230.4 एमएम बारिश दर्ज की गई। तीन दिन में 26 सड़कें प्रभावित हुई हैं।
सात तक राहत नहीं
मौसम विभाग के अनुसार सात अगस्त तक पूरे प्रदेश में बादल बरसेंगे। रविवार और सोमवार को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कुछ क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की गई।
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