विधानसभा सत्र : अनियमितता के कारण बर्खास्त किए चंबा मेडिकल कॉलेज प्राचार्य
himachal assembly budget sesssion, चंबा मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल ने अनियमितताएं बरती हैं। इस कारण उन्हें बर्खास्त किया गया है
जेएनएन, शिमला। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल में चंबा मेडिकल कॉलेज के मामले में स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने सदन को जानकारी दी कि मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल ने अनियमितताएं बरती हैं। इस कारण उन्हें बर्खास्त किया गया है। यह अनियमितताएं उपकरणों की खरीद के साथ साथ मरम्मत कार्य और अन्य कार्य में की गई हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग से चंबा मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल ने मंजूरी भी नहीं ली और इसके लिए कमेटी जांच कर रही है।
अब वहां पर डॉक्टर पुरी बतौर प्रिंसिपल कार्यभार को संभाले हुए हैं। उन्होंने सदन को बताया कि चंबा मेडिकल कॉलेज के भवन का शिलान्यास जल्द कर दिया जाएगा। इसके लिए 189 करोड़ रुपये स्वास्थ्य विभाग के पास हैं, जबकि 110 बीघा जमीन स्वास्थ्य विभाग के नाम कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने बताया इस मेडिकल कॉलेज में 175 के करीब फैकल्टी के पद रिक्त हैं और इन पदों में से 15 सहायक प्रोफेसर के पदों को भरने की मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है और इन पदों के साक्षात्कार जल्द ही प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से किए जाएंगे। जबकि एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के 55 पदों को भरने के लिए रिलेक्सेशन दी गई है और इन पदों को भी जल्द भर दिया जाएगा।
इससे पूर्व डलहौजी की विधायक आशा कुमारी के प्रश्न को विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने उठाया और चंबा मेडिकल कॉलेज में पदों के खाली होने की बात कही। उन्होंने कहा दवाखाना नहीं मेडिकल कॉलेज चला रहे हैं जब पैसे और जमीन नाम हो चुकी है तो क्या चुनाव का इंतजार किया जा रहा है, जो इसका शिलान्यास नहीं कर रहे। चंबा से भाजपा विधायक पवन नैयर ने इसी मामले को उठाते हुए चंबा मेडिकल कॉलेज में डेपुटेशन को समाप्त करने की मांग उठाई और नियमित डॉक्टर लगाने को कहा।