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हेड कांस्टेबल बनेंगे ऑनरेरी एएसआइ

हिमाचल में पुलिस सेवाओं में एचएएसआइ के नए रैंक को कैबिनेट की मंजूरी दी है। अब हेड कांस्टेबल एएसआइ बन जाएंगे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 07:45 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 07:45 PM (IST)
हेड कांस्टेबल बनेंगे ऑनरेरी एएसआइ
हेड कांस्टेबल बनेंगे ऑनरेरी एएसआइ

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल में पुलिस सेवाओं में एचएएसआइ के नए रैंक को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। सरकार ने पदोन्नति से वंचित रहने वाले पुलिस कर्मियों को नई सौगात दी है। कैबिनेट की बैठक में इसे मंजूरी दे दी है। यह रैंक ऑनरेरी एएसआई का होगा। पुलिस विभाग पहले ही इस बारे में प्रस्ताव सरकार को भेज चुकी थी। 32 साल का सेवाकाल पूरा करने वाले ऑनरेरी हेड कांस्टेबल यानी (एचएचसी), हेड कांस्टेबल (एचसी) को ऑनरेरी एएसआइ (एचएएसआइ )का दर्जा मिलेगा। प्रदेश में एचएएसआई की नई व्यवस्था होगी। इनका काम तो हेड कांस्टेबल का ही होगा, लेकिन पदनाम एचएएसआइ होगा। कंधे पर एक स्टार लगेगा। पुलिस कल्याण संघ ने सीएम और डीजीपी से मुलाकात कर फैसले को सराहा है।

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500 कर्मी होंगे लाभान्वित

सरकार के इस फैसले से 377 एचएचसी और 123 हेड कांस्टेबल लाभान्वित होंगे। लेकिन इसे पदोन्नति नहीं माना जाएगा। इन्हें काम हेड कांस्टेबल का करना होगा।

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सशर्त मिलेगा रैंक वर्दी एएसआइ की पहन सकेंगे, लेकिन इसके लिए कई शर्त रखी गई है। इस फैसले से उन्हें ही लाभ मिलेगा जिन पर पांच साल में कोई बड़ा जुर्माना न लगा हो, और पिछले छह माह के दौरान कोई माइनर पेनल्टी न हुई हो। सर्विस रिकॉर्ड भी संतोषजनक रहा हो। पिछले साल की एसीआर में एडवर्स टिप्पणी न की हो। संबंधित कर्मचारी का नाम ऑफिसर ऑफ डाउटफुल इंटेग्रिटी यानी ओडीआइ लिस्ट में न हो। यानि किसी मामले में दागी न हो।

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पंजाब में यह है प्रावधान पंजाब में सेवानिवृत्ति तक कांस्टेबल पदोन्नत होकर इंस्पेक्टर बन जाता है, लेकिन हिमाचल में बड़ी बमुश्किल ऑनरेरी हेड कांस्टेबल या हेड कांस्टेबल बन पाता है। बी वन टेस्ट पास करने वाले को थोड़ी जरूर राहत मिल पाती है, लेकिन अधिकांश कांस्टेबल एक पदोन्नति के ही रिटायर हो जाते हैं।

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120 रुपये बढ़ेगा विशेष वेतन एचएएसआई को 120 रुपये अतिरिक्त स्पेशल पे मिलेगी। एचएचसी को अभी 80 रुपये स्पेशल पे मिलती है। इससे सरकार पर प्रतिमाह 69840 रूपये प्रति माह अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा। सालाना 8 लाख 39 हजार 80 रुपये बोझ बढ़ेगा।


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