राजधानी में अप्रैल से ग्रीन टैक्स वसूलने की तैयारी
राजधानी में बाहरी राज्यों के वाहनों से ग्रीन फीस अप्रैल माह से वसूलने की तैयारी हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी आने वाले अन्य राज्यों के वाहनों से ग्रीन टैक्स अप्रैल से वसूलने की तैयारी हो चुकी है। इस माह होने वाली कैबिनट मीटिंग में प्रस्ताव लाए जाने की उम्मीद है। इस प्रस्ताव को पहले ही वित्त विभाग मंजूरी दे चुका है। ऐसे में नए वित्तीय वर्ष में निगम को इससे करोड़ों की आय होने की उम्मीद है। कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही शहर में एंट्री करने वाले बाहरी राज्यों के वाहनों से नगर निगम ग्रीन फीस वसूली शुरू कर देगा। प्रस्ताव के मुताबिक छोटे वाहनों से दो सौ रुपये, जबकि बड़ी गाड़ियों से तीन सौ रुपये शुल्क लिया जाएगा। दोपहिया वाहनों का शुल्क 50 रुपये रखा गया है। शुल्क न देने पर 1500 रुपये जुर्माने का भी प्रावधान है। शहर में जिन लोगों के पास बाहरी नंबर की गाड़ियां हैं, उन्हें पार्षदों से प्रमाणपत्र बनवाना होगा। इसके बाद इन्हें शुल्क से राहत दी जाएगी। ग्रीन फीस वसूलने के लिए इस बार नगर निगम प्रवेशद्वारों पर बैरियर नहीं लगाएगा। पिछली बार बैरियर के कारण फीस वसूली पर विवाद खड़ा हो गया था। निगम वर्ष 2015 से पहले भी यह शुल्क वसूलता था, लेकिन विवाद के बाद इसे बंद कर दिया गया था। अब सैलानी नगर निगम के मोबाइल एप से ग्रीन फीस दे सकेंगे। इसके अलावा पार्किंग, होटल और रिज स्थित कैश काउंटर पर भी फीस देने की सुविधा रहेगी। ग्रीन फीस से नगर निगम को सालाना करीब 12 करोड़ रुपये की आय होगी। इससे शहर में विकास कार्यो के लिए बजट की कमी नहीं रहेगी और निगम प्रशासन जनता को सुविधाएं देने के लिए करोड़ों के प्रोजेक्ट तैयार कर सकेगा। फीस वसूली के शुरुआती तीन माह जुर्माने से राहत दे सकता है।
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सरकार से मंजूरी मिलते ही इसे लागू कर दिया जाएगा। नगर निगम ने इस बारे में सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं।
-पंकज राय, नगर निगम आयुक्त।