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हिमाचल में बढ़ेगा हरित आवरण

हिमाचल के वनों में विभिन्न प्रजातियों के पेड़ कल्पतरू (सभी इच्छाएं पूरी करने वाले) की तरह है। धरा के जीवन के रक्षक तो हैं ही पूरे देश को प्राणवायु भी प्रदान करते हैं। प्रदेश में अपार वन संपदा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 06:07 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 06:16 AM (IST)
हिमाचल में बढ़ेगा हरित आवरण

रमेश सिंगटा, शिमला

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हिमाचल के वनों में विभिन्न प्रजातियों के पेड़ हैं। ये पेड़ धरा के रक्षक तो हैं ही, लोगों को प्राणवायु भी देते हैं। प्रदेश में अपार वन संपदा है। सुकून वाली बात यह है कि इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अब क्षतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन और योजना प्राधिकरण (कैंपा) फंड से प्रदेश में हरियाली बढ़ेगी। 1660 करोड़ का कैंपा फंड धरातल पर खर्च होगा। पहले चरण में 157 करोड़ रुपये की कार्ययोजना लागू हो गई है।

सरकार ने वर्ष 2024 तक हरित आवरण को 33 फीसद तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। अभी यह 27.72 फीसद है। किसी समय प्रदेश में हरित आवरण 38 फीसद तक होता था। तब वनों के कटान पर पूर्ण पाबंदी नहीं थी। वर्ष 1981-82 से इस पर पूरी तरह से रोक लगी है। कैंपा के तहत प्राप्त राशि मलबे के वैज्ञानिक तरीके से निष्पादन (मक डंपिग), पौधारोपण, छोटे जलाशयों व तालाबों के निर्माण आदि पर खर्च होगी। इसके माध्यम से प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण होगा। वन मंडलों को इस संबंध में दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। विकास प्रोजेक्टों के लिए वन भूमि का उपयोग गैर वानिकी कार्यो के लिए इस्तेमाल होने की एवज में क्षतिपूर्ति के लिए कैंपा के तहत राशि स्वीकृत की जाती है। प्रदेश में हर साल विभिन्न योजनाओं के तहत 80 लाख से एक करोड़ पौधे रोपे जाते हैं लेकिन अब जंगलों को बचाने पर भी ध्यान दिया जाएगा। अधिक व मध्यम घनत्व वाले जंगलों में बढ़ोतरी

हिमाचल में हरित आवरण में वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 के मुकाबले वर्ष 2019 में इसमें 334 वर्ग किलोमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अधिक घनत्व और मध्यम घनत्व वाले जंगलों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि खुले जंगल में थोड़ी गिरावट आई है। फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया (एफएसआइ) की वर्ष 2019 की रिपोर्ट से इसका पता चला है। हर दो वर्ष बाद देशभर के वनों का सर्वे करवाया जाता है। पिछली सर्वेक्षण रिपोर्ट वर्ष 2017 में जारी की गई थी। तब प्रदेश का हरित आवरण 15100 वर्ग किलोमीटर था जो अब 15434 वर्ग किलोमीटर हो गया है। यह कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 27.72 फीसद है। हिमाचल में वन संपदा

वन,क्षेत्र,फीसद

संरक्षित वन (आरएफ),1883 वर्ग किलोमीटर,4.96 फीसद

चिह्नित संरक्षित वन (डीपीएफ), 12852 वर्ग किलोमीटर,33.87 फीसद

गैर चिह्नित संरक्षित वन (यूडीएफ),16035 वर्ग किलोमीटर,42.25

अन्य वन (वन विभाग के अधीन),7160 वर्ग किलोमीटर,18.87 फीसद

ऐसे वन जिनका प्रबंधन वन विभाग के अधीन नहीं,18 वर्ग किलोमीटर,0.05 फीसद

(फीसद कुल वन संपदा का)


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