गुरुकुल में होता है बच्चे का सर्वागीण विकास :
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि गुरुकुल शिक्षा पद्धति हमारी प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति की परिचायक है। गुरुकुल में ही बच्चे का सर्वांगीण विकास संभव है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि गुरुकुल शिक्षा पद्धति हमारी प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति की परिचायक है। गुरुकुल में ही बच्चे का सर्वागीण विकास संभव है। इससे वह आत्मनिर्भर बनकर न केवल अपना जीवन संवारते हैं, बल्कि संस्कारित होकर सभ्य समाज व राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। आचार्य देवव्रत कुरुक्षेत्र के गुरुकुल शिक्षा उत्सव में आए छात्रों व अभिभावकों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के बाद राज्यपाल ने गुरुकुल परिसर में नवनिर्मित प्राचार्य आवास का उद्घाटन भी किया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाए। उन्हें संस्कार दिए जाने चाहिए, जिसका आदर्श उदाहरण गुरुकुल कुरुक्षेत्र है। अभिभावकों की मांग के अनुसार अगले वर्ष और गुरुकुल स्थापित किए जाएंगे। गुरुकुल के प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता ने संस्थान की वर्षभर की उपलब्धियों के बारे में अभिभावकों को अवगत कराया।