Move to Jagran APP

अब पड़ोसी के फोन पर होमवर्क देखने नहीं जाएंगी छात्राएं

कोरोना के खतरे को देखते हुए लगाए गए क‌र्फ्यू में शिक्षा विभाग ऑन लाइन माध्यम से बच्चों को पढ़ा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 07:39 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 06:14 AM (IST)
अब पड़ोसी के फोन पर होमवर्क देखने नहीं जाएंगी छात्राएं
अब पड़ोसी के फोन पर होमवर्क देखने नहीं जाएंगी छात्राएं

-शिक्षकों ने खुद पैसे एकत्र कर पांच छात्राओं के लिए खरीदे स्मार्ट फोन

loksabha election banner

-लक्कड़ बाजार स्कूल की पहल, बच्चों की पढ़ाई बाधित होता देख उठाया कदम रामेश्वरी ठाकुर, शिमला

क‌र्फ्यू में शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ा रहा है। राजधानी शिमला के कन्या विद्यालय लक्कड़ बाजार में पांच छात्राएं ऐसी थी, जिनके अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन नहीं थे। नौवीं से जमा दो कक्षा की ये छात्राएं पड़ोसियों के फोन पर ये होमवर्क मंगवाकर पढ़ाई कर रही थी। स्कूल प्रधानाचार्य भूपेंद्र सिंह को इसकी जानकारी मिली तो पहले उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिए कि वे इन छात्राओं के अभिभावकों के फोन पर कॉल कर छात्राओं से सीधा संवाद करें। उन्हें जो होमवर्क देना है वह दें। हालांकि स्कूल का यह प्रयास कारगार साबित नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने गैर सरकारी संस्था के साथ संपर्क साधा। संस्था ने कुछ फोन देने के लिए हामी भरी, इसके बाद शिक्षकों ने खुद पैसे एकत्र किए और पांच नए स्मार्ट फोन खरीदकर छात्राओं को दिए।

------

मजदूर की बेटी को दी किताबें, फोन भी दिया

जाखू में दो सप्ताह पहले अग्निकांड में इसी स्कूल की एक छात्रा की किताबों सहित अन्य पठन सामग्री राख हो गई थी। उसके पास पढ़ाई करने के लिए न किताबें थी न कॉपियां। ऑनलाइन पढ़ाई के मूल्यांकन के दौरान स्कूल प्रधानाचार्य के पास यह मामला पहुंचा। उन्होंने स्कूल की ओर से उक्त छात्रा के लिए नई किताबें, कॉपियां, स्टेशनरी का सारा सामान उपलब्ध करवाया। देविना नाम की इस छात्रा के माता-पिता मजदूरी कर आजीविका कमाते हैं। इनके पास भी स्मार्ट फोन नहीं था। स्कूल की ओर से इस छात्रा को भी मोबाइल फोन मुहैया करवाया है।

------

स्कूल में भी टैबलेट से करवाते थे पढ़ाई

शिक्षा विभाग पिछले एक साल से ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई पर फोकस कर रहा था। इस योजना के तहत लक्कड़ बाजार स्कूल को 25 टैबलेट दिए हैं। हर कक्षा की छात्राओं को रोजाना टैबलेट के माध्यम से कुछ विषयों की पढ़ाई करवाई जाती थी। ऐसे में छात्राओं को अब ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कत पेश नहीं आई। स्कूल प्रबंधन ने कहा कि 100 फीसद छात्राएं अब ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर रही हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.